Home छात्रवृत्ति संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – श्रमिकों के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए श्रम विभाग की पहल

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – श्रमिकों के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए श्रम विभाग की पहल

by Sadhana Soni

भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों के श्रमिक असंगठित क्षेत्र के श्रमिक कहलाते हैं, जो अत्यन्त गरीब व शोषित वर्ग से सम्बंधित होते हैं। ऐसी स्थिति में इनकी स्थिति में सुधार व इन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शासन द्वारा बोर्ड का गठन कर उन्हें विभिन्न आर्थिक सहायता योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुँचाया जा रहा है। ऐसी ही एक योजना है संत रविदासस शिक्षा सहायता योजना। Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से श्रमिकों के बच्चों को उनकी शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस लेख के माध्यम से संत रविदास शिक्षा सहायता योजना की सम्पूर्ण जानकारी दी जा रही है।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – उद्देश्य

भवन एवं अन्य निर्माण कार्य में लगे श्रमिक जो असंगठित श्रमिकों की श्रेणी में आते हैं, दयनीय स्थिति, अस्थाई एवं अनियमित रोजगार, अनिश्चित कार्य समय, मूलभूत सुविधाओं की कमी आदि के कारण उनकी स्थिति अत्यंत कमजोर एवं दयनीय है। श्रमिकों की सुरक्षा, कल्याण और अन्य सेवा शर्तों को सुव्यवस्थित करने के लिए व्यापक केंद्रीय कानून की आवश्यकता को देखते हुए उ०प्र० भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा श्रमिकों के उत्थान के उद्देश्य से उनके बच्चों की शिक्षा में सहायता हेतु Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana की शुरुआत की गई है।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – संक्षिप्त विवरण

योजना का नाम संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023
किसके द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा
वर्ष 2023
किसके लिए राज्य में रहने वाले श्रमिक परिवारों के बच्चों के लिए
आवेदन की प्रक्रिया ऑफलाइन
उद्देश्य गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा हेतु सहायता प्रदान करना
लाभ कक्षा के आधार पर
ऑफिशियल वेबसाइट upbocw.in

 संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – विवरण

उत्तर प्रदेश में रहने वाले ऐसे परिवार जो आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, उनके बच्चों को शिक्षा के लिए सहायता देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana शुरू की गई है, जिसके माध्यम से सभी श्रमिक परिवारों के बच्चे शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं।

उ०प्र० भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के द्वारा उ०प्र० राज्य के मूल निवासी पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के 25 वर्ष या इससे कम उम्र के पुत्र ⁄ पुत्री जो उ०प्र० में कक्षा 12वीं तक या राज्य के बाहर स्थित किसी विद्यालय ⁄ संस्था में किसी भी कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें शिक्षा हेतु सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत निर्माण श्रमिक की अधिकतम दो संतानें इस योजना का लाभ ले सकेंगी।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 पात्रता

Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना अनिवार्य है।

  • आवेदक के माता या पिता बोर्ड में पंजीकृत निर्माण कर्मकार (श्रमिक) होना चाहिए।
  • आवेदक उत्तर प्रदेश राज्य का मूल निवासी हो।
  • आवेदक की आयु प्रत्येक वर्ष की 01 जुलाई को 25 वर्ष या इससे कम हो।
  • आवेदन करने वाले बालक ⁄ बालिका ऐसे शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत हों जो सरकारी शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त हो।
  • पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की पहली से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली अधिकतम दो संतानें ही इस योजना का लाभ ले सकेंगी।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 –  आवश्यक दस्तावेज  

Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ लेने के लिए आवेदकों के पास निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य है।

  • पिछली कक्षा की अंकसूची
  • आगामी कक्षा में प्रवेश की शुल्क रसीद
  • माता या पिता का भवन एवं अन्य निर्माण प्रक्रियाओं में कार्यरत होने का निर्धारित प्रारूप पर नियोजन / स्वघोषणा प्रमाण पत्र।
  • आवेदक का आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • पारिवारिक आय प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता विवरण

 संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 लाभ

Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के लिए चयनित होने वाले विद्यार्थियों को उनकी कक्षा के आधार पर प्राप्त होने वाले लाभों की सूची निम्नलिखित है।

कक्षा स्कॉलरशिप राशि
कक्षा 01 से 05 तक 100 रुपए प्रतिमाह
कक्षा 06 से 08 तक 150 रुपए प्रतिमाह
कक्षा 09 से 10 तक 200 रुपए प्रतिमाह
कक्षा 11 से 12 तक 250 रुपए प्रतिमाह
शासकीय संस्थाओं में आई०टी०आई० अथवा समकक्ष प्रशिक्षण से सम्बन्धित पाठ्यक्रमों हेतु 500 रुपए प्रतिमाह

 

शासकीय संस्थाओं में पालीटेक्निक अथवा समकक्ष पाठ्यक्रमों हेतु 800 रुपए प्रतिमाह

 

शासकीय संस्थाओं में इंजीनियरिंग अथवा समकक्ष पाठ्यक्रमों हेतु 3000 रुपए प्रतिमाह
शासकीय संस्थाओं में मेडिकल कोर्स के पाठ्यक्रमों हेतु 5000 रुपए प्रतिमाह
इंजीनियरिंग व मेडिकल के स्नातकोत्तर डिग्री हेतु 8,000 रुपए प्रतिमाह
किसी भी विषय में अनुसंधान हेतु 12,000 रुपए प्रतिमाह

नोट – अनुसंधान (रिसर्च) के लिए 25 वर्ष की आयु सीमा की शर्त में छूट दी जाएगी तथा अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष होगी।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – नियम एवं शर्तें

  • संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अन्तर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु विद्यार्थियों की न्यूनतम 60 प्रतिशत की उपस्थिति अनिवार्य है।
  • विद्यार्थियों की उपस्थिति शिक्षा संस्थान के प्रधानाचार्य ⁄ सक्षम अधिकारी से प्रमाणित होना चाहिए।
  • संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अन्तर्गत आवेदक के श्रमिक माता या पिता को घोषणा पत्र देना होगा कि आवेदक विद्यार्थी द्वारा किसी अन्य स्कॉलरशिप का लाभ नहीं लिया जा रहा है।
  • चयनित विद्यार्थी को हर तीन महीने पर स्कॉलरशिप राशि का भुगतान किया जाएगा। पहली किस्त का भुगतान कक्षा में प्रवेश के बाद किया जाएगा।
  • यदि विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण (फेल) हो जाता है तथा उसी कक्षा में फिर से अध्ययन करता है तो वह स्कॉलरशिप लेने का पात्र नहीं होगा।
  • आई०टी०आई० ⁄ पॉलिटेक्निक ⁄ इंजीनियरिंग की डिग्री के मामले में केवल वही विद्यार्थी लाभ ले सकेंगे जो सरकारी आई०टी०आई० ⁄ पॉलिटेक्निक अथवा इंजीनियरिंग कालेजों ⁄ मेडिकल कालेज ⁄ प्रबन्धन कालेज में प्रवेश प्राप्त करेंगें। प्रमाण के रूप में प्रवेश–कार्ड तथा फीस की रसीद जमा करनी होगी।
  • व्यावसायिक कोर्स के मामले में विद्यार्थी स्कॉलरशिप का लाभ तभी ले सकेगा जब विद्यार्थी ने राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा पास कर सरकारी संस्थान में प्रवेश लिया हो।
  • Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के अन्तर्गत चिकित्सा में डिग्री का मतलब एम०बी०बी०एस० अथवा बी०डी० एस० (बैचलर इन डेन्टल साइंस) अथवा बी०ए०एम०एस० अथवा बी०एच०एम०एस० ⁄ बी०यू०एम०एस० कोर्स से है। यह लाभ केवल उन्हीं विद्यार्थियों को दिया जाएगा जो सरकारी मेडिकल कालेजों में पढ़ाई करेंगे।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

  • Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का लाभ लेने के लिए आवेदक को निर्धारित प्रपत्र पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य से प्रमाणित किया गया फोटोयुक्त आवेदन पत्र दो प्रतियों में लेना होगा जिसे उत्तीर्ण होने की तिथि से 01 वर्ष के अंदर नजदीक के श्रम कार्यालय या संबंधित तहसील के तहसीलदार कार्यालय अथवा सम्बन्धित खण्ड के विकास अधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा।
  • आवेदन जमा करने की पावती आवेदक को आवेदन प्राप्त करने वाले अधिकारी ⁄ कर्मचारी द्वारा आवेदन प्राप्ति तिथि के साथ ऑनलाइन दी जाएगी।
  • आवेदन पत्र के साथ संबंधित विद्यार्थी द्वारा पास की गई पिछली कक्षा की प्रमाणित अंकसूची की कॉपी संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य के प्रमाण–पत्र के साथ जमा करना अनिवार्य होगा।
  • कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों से सम्बन्धित बाऊचर ⁄ विपत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा, कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक बाऊचर ⁄ विपत्र जिला विद्यालय निरीक्षण द्वारा, डिग्री कक्षाओं में विद्यार्थियों के बाऊचर ⁄ विपत्र अधिकृत सक्षम अधिकारी (Dean of Student Welfare/ Provost) द्वारा भी प्रति हस्ताक्षरित किये जायेंगे। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ रहे विद्यार्थियों का बाउचर सक्षम अधिकारी द्वारा प्रति हस्ताक्षरित किये जायेंगे।
  • आवेदन पत्र के साथ संबंधित विद्यार्थी के आगे भी पढ़ाई करने का स्पष्टीकरण प्रमाण–पत्र जो कि संबंधित विद्यालय द्वारा प्राप्त होगा तथा प्रधानाचार्य द्वारा अभिप्रमाणित मूल कॉपी जमा करनी होगी।
  • यदि आवेदन आई०टी०आई० अथवा इंजीनियरिंग डिग्री अथवा चिकित्सा में डिग्री के लिए किया जा रहा है तो प्रवेश (एडमिशन) के प्रमाण के रूप में सम्बन्धित कालेज ⁄ आई०टी०आई० में प्रवेश की रसीद की प्रमाणित फोटोकॉपी भी जमा करनी होगी।

 संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – आवेदन स्वीकृति एवं भुगतान की प्रक्रिया

  • योजना के अन्तर्गत प्राप्त आवेदन पत्र यदि जिला श्रम कार्यालय से अलावा तहसील ⁄ खण्ड विकास कार्यालय अथवा किसी तहसील में स्थित श्रम प्रवर्तन अधिकारी कार्यालय में प्राप्त होते हैं, तो उन्हें प्राप्त होने की तिथि से 07 दिन के अंदर किसी भी स्थिति में जिला श्रम कार्यालय में भेजा जाता है।
  • जिला श्रम कार्यालय में इस प्रकार प्राप्त सभी आवेदन पत्रों को सूचीबद्ध करते हुए, पूर्ण विवरण अंकित कर, उपश्रमायुक्त ⁄ अपर श्रमायुक्त के सामने आवेदन प्राप्त होने की तिथि से 10 दिनों के अंदर प्रस्तुत किया जाता है।
  • अपर ⁄⁄ उप श्रमायुक्तों द्वारा प्राप्त सभी आवेदनों के साथ संलग्न प्रमाणपत्रों को चेक करके संतुष्ट होने के बाद धनराशि की स्वीकृति के आदेश अधिकतम चार सप्ताह में दे दिया जाता है।
  • आवेदन पत्र स्वीकृत ⁄ अस्वीकृत होने की जैसी भी स्थिति होगी, निर्णय होने के अधिकतम तीन सप्ताह में उसकी सूचना आवेदक को उपलब्ध कराई जाएगी।
  • जिलाधिकारी से आवेदन पत्र स्वीकृत होने पर 15 दिन के अंदर जिला श्रम कार्यालय के प्रभारी अधिकारी द्वारा सहायक अपर ⁄ उप श्रम आयुक्त के सामने प्रस्तुत किये जाएंगे।
  • क्षेत्रीय अपर ⁄ उप श्रमायुक्त द्वारा इस प्रकार क्षेत्रीय अपर ⁄ उप श्रमायुक्त से स्वीकृति प्राप्त पत्रावली उनके कार्यालय में प्राप्त होने की तिथि से 10 दिन की अंदर, सम्बन्धित निर्माण श्रमिक के नाम से रेखाकिंत चेक ⁄ RTGS, स्वीकृति धनराशि भुगतान के लिए संतान के नाम खाता होना अनिवार्य होगा।
  • लाभार्थी के बैंक खाते का नम्बर, शाखा इत्यादि का भी स्पष्ट विवरण अंकित किया जाएगा।
  • इस प्रकार निर्गत चेक सम्बन्धित जिला श्रम कार्यालय के प्रभारी अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
  • बोर्ड का आगामी 06 माह में यह प्रयास होगा कि सम्बन्धित विद्यार्थी के बैंक खातें में सीधे ट्रांसफर के माध्यम से धनराशि भेजी जाए।
  • इस प्रकार जिला श्रम कार्यालय में प्राप्त रेंखाकित चेक लाभार्थी को 10 दिन के अंदर उपलब्ध करा दिया जाएगा और उससे प्राप्त रसीद दो प्रतियों में प्राप्त की जाएगी।
  • प्राप्ति रसीद की एक प्रति जिला श्रम कार्यालय में तथा दूसरी प्रति क्षेत्रीय अपर ⁄ उप श्रमायुक्त कार्यालय में रखी जाएगी।
  • इस समग्र कार्यवाही में जिला श्रम कार्यालय द्वारा नोडल एजेंसी के रूप में कार्य किया जाएगा।

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना 2023 – आवेदन प्रक्रिया

Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया ऑफलाइन है, जिसकी प्रक्रिया निम्नलिखित है।

  • विद्यार्थियों को इस स्कॉलरशिप का लाभ लेने के लिए अपने नजदीक के लेबर ऑफिस या फिर तहसीलदार ऑफिस से आवेदन पत्र लेना होगा।
  • अब आवेदन पत्र में पूछी गई सारी जानकारी ध्यानपूर्वक भरें और सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को साथ में संग्लन कर दें।
  • इसके बाद सावधानी पूर्वक भरे गए आवेदन पत्र को एक बार पढ़कर जांच लें कि किसी भी प्रकार की गलती न हुई हो।
  • अब आवेदन पत्र को “लेबर ऑफिस” या फिर तहसीलदार ऑफिस में जमा कर दें व आवेदन जमा करने की पावती प्राप्त करें।
  • इस प्रकार आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।

ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न – संत रविदास शिक्षा सहायता योजना क्या है?

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसके अंतर्गत सरकार राज्य के श्रमिक वर्ग परिवार के बच्चों को शिक्षा पूरी करने के लिए उनके शिक्षा के स्तर के आधार पर स्कॉलरशिप के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

प्रश्न – Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का संचालन किस विभाग द्वारा किया जाता है?

Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का संचालन श्रम विभाग द्वारा किया जाता है।

प्रश्न – संत रविदास शिक्षा सहायता योजना को क्यों जारी किया गया है?

राज्य के श्रमिक वर्ग के बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक सहायता करने के लिए संत रविदास शिक्षा सहायता योजना को शुरू किया गया है।

प्रश्न – Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से छात्र कौन सी क्लास से छात्रवृति के लिए आवेदन कर सकते है?

कक्षा 1 से लेकर ग्रेजुएशन और अन्य कोर्स कर रहें सभी विद्यार्थी Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के लिए आवेदन कर सकते है।

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