क्या आप कोई यंत्र बजाते हैं, गाना गाते हैं या म्यूजिक से सम्बंधित किसी भी क्षेत्र से जुड़े हैं? और, यदि आप एक अभिभावक हैं और चाहते हैं कि आपका बच्चा भी कोई वाद्ययंत्र बजाए तो यह लेख आपके लिए उपयुक्त है।
यह लेख में म्यूजिक स्कॉलरशिप, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, पुरस्कार, आवश्यक दस्तावेजों और संबंधित हर महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है। नीचे दी गई तालिका में विद्यार्थी के बेहतर जानकारी के लिए म्यूजिक स्कॉलरशिप इन इंडिया के संक्षिप्त विवरण पर प्रकाश डाला गया है।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024– संगीत क्या है
एक सांस्कृतिक गतिविधि जो किसी व्यक्ति के मन की कला है और जिसका माध्यम ध्वनि है वही संगीत है। सामान्य परिभाषाओं में ध्वनि, ताल, लय और सुर के सामंजस्य तालमेल को संगीत (म्यूजिक) कहते हैं। संगीत, विभिन्न शैलियों या प्रकार के संगीत गायन से लेकर रैपिंग की एक विशाल श्रृंखला के साथ किया जाता है; (म्यूजिक का मतलब कलाओं की कला है जो ग्रीक शब्द से आया है। प्राचीन ग्रीक और भारतीय दार्शनिकों ने संगीत को स्वर के रूप में परिभाषित किया जो धुनों के रूप में और खड़ी स्वरों के रूप में क्रमबद्ध था।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – संगीत का इतिहास
भारत में संगीत की परम्परा चौथी-पाँचवीं शताब्दी से ही रही है, भारत के अलावा गिने-चुने देशों में ही संगीत की इतनी पुरानी और समृद्ध परम्परा पायी जाती है। माना जाता है कि संगीत का प्रारम्भ सिंधु घाटी सभ्यता के काल से हुआ है। सिंधु घाटी सभ्यता के बाद वैदिक संगीत की शुरुआत हुई जिसमें संगीत के जरिये भजनों और मंत्रों के उच्चारण से ईश्वर की पूजा अर्चना की जाती थी। दो भारतीय महाकाव्यों – रामायण और महाभारत की रचना में भी संगीत का मुख्य प्रभाव रहा है। भारतीय संगीत में यह माना गया है कि संगीत के आदि प्रेरक शिव और सरस्वती है। भारत में हिंदु परंपरा मे ऐसा भी मानना है कि ब्रह्मा ने नारद मुनि को संगीत वरदान में दिया था।
हालांकि, भारत में सांस्कृतिक काल से लेकर आधुनिक युग तक आते-आते संगीत की शैली और पद्धति में जबरदस्त परिवर्तन हुआ है। भारतीय संगीत के इतिहास के महान संगीतकारों: स्वामी हरिदास, तानसेन, अमीर खुसरो आदि ने भारतीय संगीत की उन्नति में बहुत योगदान किया है जिसकी कीर्ति को पंडित रवि शंकर, भीमसेन गुरूराज जोशी, पंडित जसराज, प्रभा अत्रे, सुल्तान खान आदि जैसे संगीत प्रेमियों ने आज के युग में भी कायम रखा हुआ है।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – संगीत के प्रकार
मुख्यतः संगीत के दो प्रकार हैं ∶-
शास्त्रीय संगीत और भाव संगीत
शास्त्रीय संगीत
संगीत को अगर निर्धारित नियमों के अनुसार गाया या बजाया गया है तो उसे शास्त्रीय संगीत कहते हैं। शास्त्रीय संगीत में राग, स्वर, ताल, लय आदि के नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है।
भाव संगीत
संगीत में अगर किसी तरह का सुर ताल का बंधन नहीं हो तो उसे भाव संगीत कहते हैं। इस संगीत का मुख्य उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करना होता है, जिसमे शब्द और भाव की प्रधानता होती है।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – भारत में संगीत में प्रसिद्ध व्यक्तित्व
भारत में संगीत से जुड़े महान हस्तियों के नाम नीचे के सूची में क्रमबद्ध है।
क्रमांक | नाम | वर्ष (जन्म- मृत्यु) | योगदान |
1 | मियां तानसेन | 1506 – 1589 | भारतीय शास्त्रीय संगीत के अग्रणी |
2 | रबींद्रनाथ टैगोर | 1861 – 1941 | अपने धुन, गीत को स्वयं बनाया जिसमे अब तक कुल 2,230 रचनाएं है |
3 | उस्ताद बिस्मिल्ला खान | 1913 – 2006 | एक प्रख्यात शहनाई वादक जिन्हे सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया |
4 | एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी | 1916 – 2004 | भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, प्रतिष्ठित भारत रत्न से सम्मानित होने वाली पहली संगीतकार |
5 | पंडित रविशंकर | 1920-2012 | सितार वादक जिन्हे सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया |
6 | एस. बालाचंदर | 1927 – 1990 | वीणा वादक जिन्होंने वाद्य संगीत के व्याकरण को बदल दिया |
7 | लता मंगेशकर | 1929 – वर्तमान | इनकी आवाज़ में इतनी मिठास है। सुब्बुलक्ष्मी के बाद, वह दूसरी गायिका हैं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया है |
8 | हरिप्रसाद चौरसिया | 1938 – वर्तमान | पद्म श्री और पद्म विभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध बांसुरी वादक हैं |
9 | पंडित शिवकुमार शर्मा | 1938 – वर्तमान | संतूर वादक, पद्म श्री और पद्म विभूषण पुरस्कारों के प्राप्तकर्ता |
10 | आर.डी. बर्मन | 1939 – 2004 | हिंदी फिल्म उद्योग में पश्चिमी धुनों की शुरुआत की |
11 | जगजीत सिंह | 1941 – 2011 | भारतीय गायक, लेखक और संगीतकार |
12 | ज़ाकिर हुसैन | 1951 – वर्तमान | तबला वादक जो पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित सबसे कम उम्र के महान कलाकार हैं |
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – संगीत के प्रकार
भारत के संगीत में पंजाबी संगीत, शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, फिल्मी, भारतीय रॉक और भारतीय पॉप की कई किस्में शामिल हैं। भारतीय पॉप और भारतीय रॉक पश्चिमी चट्टान और रोल से प्राप्त हुए हैं। भारत की शास्त्रीय संगीत परंपरा, जिसमें हिंदुस्तानी संगीत और कर्नाटक शामिल हैं, का इतिहास सहस्राब्दियों से है और कई क्षेत्रों में विकसित हुआ है। भारत में संगीत सामाजिक-धार्मिक जीवन के अभिन्न अंग के रूप में शुरू हुआ।
- शास्त्रीय संगीत
- हिन्दुस्तानी संगीत
- लोक संगीत
- फिल्म संगीत
- भारतीय पॉप संगीत
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – लोक संगीत
क्रमांक | लोक संगीत | राज्य |
1 | भांगड़ा और गिद्दा | पंजाब |
2 | बिहु और बॉरगीत | असम |
3 | डांडिया | गुजराती |
4 | झूमर और डोमकच | नागपुर |
5 | लावणी | महाराष्ट्र |
6 | रवीन्द्र संगीत | पश्चिम बंगाल |
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – स्कॉलरशिप लिस्ट
क्रमांक | स्कॉलरशिप नाम | स्कॉलरशिप अवधि | स्कॉलरशिप राशि |
1 | स्कॉलरशिप टू यंग आर्टिस्ट्स इन डिफरेंट कल्चरल फ़ील्ड्स | दिसंबर-जनवरी | प्रति माह 5,000 रुपये |
2 | यंग टैलेंट अवार्ड | जनवरी-मार्च | 10,000 रुपये |
3 | कल्चरल टैलेंट सर्च स्कॉलरशिप स्कीम | दिसंबर-जनवरी | 3600 रुपये प्रति वर्ष |
4 | रवीन्द्र संगीत, नजरूल गीत छात्रवृत्ति | दिसंबर-मार्च | 5000 रुपये प्रति माह |
5 | एनसीपीए -नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स स्कॉलरशिप | दिसंबर-जनवरी | 10,000 रुपये
प्रति माह |
6 | संस्कृती – कलाकृती फैलोशिप | पूरे वर्ष खुले हैं | 50000 रुपये |
7 | संस्कृती – पं. वसंत ठाकर मेमोरियल फैलोशिप | पूरे वर्ष खुले हैं | एक लाख
रुपये |
8 | संस्कृती – माधोबी चटर्जी मेमोरियल फैलोशिप | पूरे वर्ष खुले हैं | एक लाख
रुपये |
9 | संस्कृती – मणि मन फैलोशिप | पूरे वर्ष खुले हैं | एक लाख
रुपये |
10 | स्वर्णभूमि एकेडमी ऑफ म्यूजिक (एसएएम) | – | – |
11 | इनलक्स शिवदासानी फाउंडेशन स्कॉलरशिप | सितम्बर–अक्टूबर | एक लाख 20 हजार
रुपये |
12 | स्पिक मैके गुरुकुल अनुभव स्कॉलरशिप | फरवरी – मार्च | एक माह का निःशुल्क प्रशिक्षण |
स्कॉलरशिप टू यंग आर्टिस्ट्स इन डिफरेंट कल्चरल फ़ील्ड्स
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने युवा कलाकारों के लिए छात्रवृत्ति आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय शास्त्रीय नृत्य, प्रकाश शास्त्रीय संगीत, रंगमंच, दृश्य कला, लोक, पारंपरिक और स्वदेशी कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कलाकारों को पुरस्कृत करना और उन्हें उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करना है। कुल 400 चयनित कलाकारों को दो साल के लिए प्रति माह 5,000 रुपये मिलेगा।
यंग टैलेंट अवार्ड
यह स्कॉलरशिप विशेष रूप से ग्रामीण आबादी और वंचितों के लिए जो नृत्य, नाटक, संगीत और कला में रुचि रखते है। दुर्लभ और जनजातीय, नृत्य और संगीत के क्षेत्र से 18 से 30 वर्ष की आयु का कोई भी युवा प्रतिभाशाली कलाकार जो आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप द्वीपसमूह और पुदुचेरी से सम्बंधित है आवेदन के पात्र हैं। चयनित कलाकारों को 10,000 रुपये मिलेगा।
कल्चरल टैलेंट सर्च स्कॉलरशिप स्कीम
कल्चरल टैलेंट सर्च स्कॉलरशिप स्कीम ऐसे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित करती है और उन्हें भविष्य में इन लुप्तप्राय कला रूपों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के लिए पुरस्कृत करती है। कई युवा कलाकारों को एक संगत संस्थान से उनके संबंधित सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने के लिए चुना और रखा जाता है, जो एक अनुमोदित संस्थान / गुरु / शिक्षक के तहत उनके प्रशिक्षण के साथ छात्रों के शैक्षणिक अध्ययन की सुविधा प्रदान करता है। सीसीआरटी द्वारा अध्ययन के दौरान चयन के संबंध में लिया गया निर्णय और शिक्षक / गुरु अंतिम होगा। चयनित विद्यार्थी को 3600 रुपये प्रति वर्ष छात्रवृत्ति अनुदान के रूप में मिलेगा।
रवीन्द्र संगीत, नजरूल गीत छात्रवृत्ति
यह स्कॉलरशिप के तहत गुरु मास्टर या किसी मान्यता प्राप्त संस्थान के तहत अग्रिम प्रशिक्षण की प्रकृति में होगा। चयनित उम्मीदवारों को कठोर प्रशिक्षण से गुजरना होगा। इस तरह के प्रशिक्षण में संबंधित विषय / क्षेत्र में ज्ञान को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक उम्मीदवारों को यात्रा, किताबें, कला सामग्री या अन्य उपकरण और ट्यूशन या प्रशिक्षण शुल्क, यदि कोई हो के खर्च को कवर करने के लिए दो साल की अवधि के लिए 5000 रुपये प्रति माह मिलेगा।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – महत्वपूर्ण बिंदु
म्यूजिक में स्कॉलरशिप पाने के लिए माता-पिता और विद्यार्थियों को निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं।
- पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में भाग लें।
- छात्रवृत्ति खोज के लिए समय बांध लें।
- छात्रवृत्ति की खोज करने और आवेदन जमा करने में समय लगता है कृपया सब्र करें।
- छात्रवृत्ति ढूंढने के लिए बडी4स्टडी पर जाएँ।
- अपने नियोक्ता से जाँच करें, कई नियोक्ता कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रमों को प्रायोजित करते हैं।
- छोटे पुरस्कार राशि के छात्रवृत्ति को अनदेखा न करें। इन छात्रवृत्ति के लिए अक्सर कम प्रतिस्पर्धा होती है, इसलिए आपके बच्चे की सफलता की संभावना अधिक होती है।
- वर्तनी त्रुटियों, व्याकरण त्रुटियों और विराम चिह्नों की ठीक से जाँच करें।
- समय सीमा याद रखे।
- सुनिश्चित करें कि आप समय-सीमा में स्कॉलरशिप फॉर्म भर दे।
- हर साल छात्रवृत्ति की खोज करें।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – आवेदन
छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने के लिए किन चरणों का पालन किया जाना चाहिए? क्या आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन या ऑफलाइन उपलब्ध है? इन सवालों के जवाब इस खंड में दिए गए हैं। आवेदन पत्र को सफलतापूर्वक सबमिट करने के लिए चरण प्रक्रिया नीचे बताया गया है:
चरण 1: बडी4स्टडी पर जाएं ।
चरण 2: स्कालरशिप का चयन करें ।
चरण 3: आवेदन पत्र पर जाएं ।
चरण 4: आवेदन पत्र भरें ।
चरण 5: आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करें (जैसे जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, प्रवीणता प्रमाण पत्र आदि)
चरण 6: आवेदन पत्र जमा करें ।
नोट: आवेदन पत्र जमा करने से पहले जाँच कर लें , किसी भी त्रुटि से बचने के लिए एक बार फिर से आवेदन फॉर्म की जाँच कर लें।
भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप 2024 – संबंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: भारत में संगीत का अध्ययन करने के लिए मुझे छात्रवृत्ति कैसे मिल सकती है?
उत्तर: एनसीपीए प्रतिभाशाली युवा संगीतकारों को छात्रवृत्ति देता है आप एनसीपीए -नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। हर साल, एनसीपीए भारतीय संगीत के लिए एनसीपीए – सीआईटीआई स्कॉलरशिप देता है, जिसे हिंदुस्तान मुखर संगीत में सर्वश्रेष्ठ उभरती हुई प्रतिभा का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आवेदक की उम्र 28 वर्ष से कम होनी चाहिए। आम तौर पर, आवेदकों को हर साल जून या जुलाई में ऑडिशन के लिए आमंत्रित किया जाता है।
- आप स्वर्णभूमि एकेडमी ऑफ म्यूजिक (एसएएम) के लिए भी आवेदन दे सकतें हैं। “मेरिट स्कॉलरशिप और मीन्स स्कॉलरशिप के लिए केवल एक सामान्य डिप्लोमा प्रोग्राम आवेदन पत्र को भरना होगा।
- इनलक्स शिवदासानी फाउंडेशन स्कॉलरशिप जैसे कुछ अन्य संसथान भी असाधारण प्रतिभा वाले युवाओं के कौशल सुधार करने का अवसर प्रदान करते है।
- नीमराना म्यूज़िक फ़ाउंडेशन स्कॉलरशिप और संगीत विद्यालय स्कॉलरशिप में भी आवेदन कर सकते हैं।
- संगीत विद्यालय स्कॉलरशिप
- संस्कृती – माधोबी चटर्जी मेमोरियल फैलोशिप्स इन इंडिया, 2021
- फाउंडेशन फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस एंड एक्सेस स्कॉलरशिप्स इन इंडिया, 2019
प्रश्न: भारतीय विद्यार्थियों के लिए अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगीत छात्रवृत्ति कौन कौन सी है ?
उत्तर:
- डेविड डब्ल्यू स्ट्रेंजवे अवार्ड फॉर एक्सीलेंस
- अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए ज़ियामी विश्वविद्यालय की छात्रवृत्ति
- पद्म और हरि हरिलाला छात्रवृत्ति
- किंग्स्टन यूनिवर्सिटी – यूके में अंडरग्रेजुएट इंटरनेशनल स्कॉलरशिप
- कला, मानविकी और सामाजिक विज्ञान छात्रवृत्ति
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ ईस्ट एंग्लिया – यूके में इंटरनेशनल पोस्ट ग्रेजुएट टीच स्कॉलरशिप
- हॉलैंड में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए हॉलैंड छात्रवृत्ति
- चरपक मास्टर कार्यक्रम
- यूके में मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी में स्नातकोत्तर छात्रवृत्ति
- इले डी फ्रांस मास्टर छात्रवृत्ति
प्रश्न: भारत में संगीत के लिए स्कॉलरशिप में आवेदन कैसे दे सकते हैं ?
उत्तर: सामान्यतः स्कॉलरशिप में आवेदन ऑनलाइन मोड से लिए जाते है, परन्तु कभी कभी प्रदाता स्कॉलरशिप के आवेदन ऑफलाइन मोड से भी मंगवाते हैं, आपको सलाह दी जाती है की आप पहले स्कॉलरशिप की ठीक तरह से जाँच पड़ताल कर ले की आवेदन कैसे करना है।
प्रश्न: म्यूजिक स्कॉलरशिप इन इंडिया के लिए योग्यता क्या है?
उत्तर: कोई भी विद्यार्थी या भारतीय जिन्हें म्यूजिक/संगीत के किसी भी क्षेत्र में रुचि हो आवेदन कर सकते हैं।