राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं जिनसे नागरिकों को लाभ मिल सके। जब सरकार द्वारा योजनाएं बनाई जाती हैं तो उनके लिए यह निर्धारित किया जाता है कि योजना का लाभ कौन ले सकता है, सरकार उस योजना से किन स्तर के लोगों को लाभ पहुँचाना चाहती है। हालांकि, ऐसे देश में जहां की आबादी अरबों में है, यह पहचानना मुश्किल है कि वास्तव में कौन किस प्रकार के लाभ के लिए पात्र है।
सरकार उचित प्रमाण प्रस्तुत करने पर विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र जारी करती है। ऐसा ही एक प्रकार का प्रमाण है आय प्रमाण पत्र। इसका उपयोग उन योजनाओं का लाभ लेने के लिए किया जा सकता है जहां व्यक्ति या उसके परिवार की वार्षिक आय के आधार पर पात्रता निर्धारित की जाती है। Income Certificate से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।
आय प्रमाण पत्र क्या है?
आय प्रमाण पत्र राज्य सरकार के तहत एक प्राधिकरण (अथॉरिटी) द्वारा जारी किया गया एक दस्तावेज है, जो किसी व्यक्ति या उसके परिवार की सभी स्रोतों से होने वाली वार्षिक आय को प्रमाणित करता है। इस तरह का प्रमाण पत्र जारी करने वाला प्राधिकरण अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होता है। यह आमतौर पर ग्राम तहसीलदार होते हैं जो प्रमाण पत्र जारी करते हैं लेकिन कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस उद्देश्य के लिए नियुक्त जिला मजिस्ट्रेट, उपायुक्त, कलेक्टर, राजस्व मंडल अधिकारी, उप मंडल मजिस्ट्रेट या अन्य जिला प्राधिकरण भी होते हैं।
आय प्रमाण पत्र – संक्षिप्त विवरण
लेख का विषय | आय प्रमाण-पत्र (Income Certificate) |
किसके द्वारा जारी | विभिन्न राज्यों के भिन्न प्राधिकारियों द्वारा |
वैद्यता | जारी किये गए वर्ष के लिए |
शुल्क | 10 से 100 रुपए (राज्य के अनुसार) |
बनने में लगा समय | न्यूनतम 7 दिन, अधिकतम 15 दिन |
आवेदन | राज्य के ई-डिस्ट्रिक पोर्टल के माध्यम से |
आय प्रमाण पत्र के लिए आय की गणना कैसे की जाती है?
आय प्रमाण पत्र जारी करते समय व्यक्ति या परिवार की आय की गणना की जाती है। आय का अर्थ है वित्तीय लाभ या यह कहा जा सकता है कि किसी संगठन, काम करने वाले व्यक्ति या व्यवसाय करने वाले व्यक्तियों की होने वाली नियमित कमाई ही आय है। आय प्रमाण पत्र किसी व्यक्ति या उसके परिवार की आय को प्रमाणित करते हुए जारी किया जाता है।
परिवार की आय की गणना करते समय अविवाहित पुत्रियों, अविवाहित भाई-बहनों सहित परिवार के कमाने वाले सदस्यों की आय को सम्मिलित किया जाता है। परिवार के सदस्यों की आय में निम्नलिखित स्त्रोत शामिल हैं:
- संगठनों में काम करने वाले सदस्यों का वेतन
- विभिन्न पेंशन
- एक मजदूर की प्रतिदिन की/साप्ताहिक मजदूरी
- व्यापार से होने वाला लाभ
- परामर्श से मिलने वाली फीस
- एजेंसी काम के कमीशन
- किसी भी प्रकार का नियमित वित्तीय लाभ प्राप्त करना, जैसे- कर्मचारी बोनस, जमा ब्याज, शेयर और शेयर बाजारों से लाभांश, संपत्ति का किराया, संपत्ति की बिक्री पर लाभ, उपहार और विरासत।
Income Certificate जारी करने के लिए सभी स्रोतों से एक परिवार के एक व्यक्ति/व्यक्तिगत सदस्यों की आय की गणना निम्नानुसार की जाएगी:
वेतन से आय: वेतनभोगी सदस्य की आय की गणना के लिए मूल वेतन, महंगाई भत्ता (डीए), विशेष वेतन और अन्य भत्ते, यदि कोई हों, पर विचार किया जाता है। यात्रा भत्ता (टीए), हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) और विशेष कार्य के लिए प्राप्त मानदेय को वेतन आय से बाहर रखा गया है।
व्यवसाय या धंधे से आय: व्यावसायिक आय, किसी पेशे से आय या परिवार के किसी सदस्य के परामर्श/एजेंसी के काम की गणना आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने के आधार पर की जाती है। यदि सदस्य इस दायरे से बाहर है, तो व्यक्ति द्वारा की घोषणा पर आधारित आय पर विचार किया जाएगा।
पेंशन से आय: पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) परिवार के किसी सदस्य की पेंशन से आय की गणना करने का मुख्य मानदंड है।
दैनिक मजदूरी/श्रम से आय: दैनिक/मासिक मजदूरी आय की गणना के लिए दिहाड़ी मजदूर द्वारा की गई घोषणा पर विचार किया जाएगा।
अचल संपत्ति से आय: परिवार के किसी सदस्य द्वारा अचल संपत्ति से प्राप्त किराया या ब्रोकरेज शुल्क आय के रूप में माना जाएगा। हालांकि, वार्षिक रखरखाव शुल्क में कटौती के बाद आय होगी।
आय प्रमाण पत्र के उपयोग
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, Income Certificate विभिन्न क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न योजनाओं और लाभों के लिए पात्रता के प्रमाण के रूप में कार्य करता है, लेकिन यह केवल यहाँ तक ही सीमित नहीं है। आय प्रमाण पत्र के उपयोग निम्नलिखित हैं।
- शैक्षणिक संस्थान जिनमें आमतौर पर आर्थिक रूप से गरीब पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों के लिए कोटा आरक्षित होता है। इस प्रमाणपत्र की सहायता से उन्हें मुफ्त में या छूट के साथ प्रवेश मिलने में आसानी होती है।
- गरीबों के उत्थान के लिए कुछ संस्थाओं/सरकारों द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्तियां इसी प्रमाण के आधार पर दी जाती हैं।
- मुफ्त या छूट के साथ उपचार, रियायती दवाइयाँ, बालिका को जन्म देने वाली माताओं को वित्तीय सहायता आदि जैसे चिकित्सा लाभों का फायदा प्राप्त करने में।
- संबंधित सरकारी नियोक्ताओं से ब्याज दर पर छूट के साथ ऋण प्राप्त करने में।
- विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं और आपदाओं के पीड़ितों को राहत प्रदान करने में।
- विभिन्न प्रकार की पेंशन जैसे विधवा, वृद्धावस्था पेंशन, खेतिहर मजदूर पेंशन आदि प्राप्त करना।
- भूतपूर्व सैनिकों को उपलब्ध वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- मुफ्त राशन आदि प्राप्त करना।
- विशिष्ट आरक्षित श्रेणियों के लिए उपलब्ध सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करना।
- छात्रावासों (हॉस्टल), फ्लैटों या ऐसे अन्य सरकारी आवासों के हकदार होने का दावा करना।
आय प्रमाण पत्र कैसे बनवाएं
- ऑनलाइन
- ऑफलाइन
- शपथ पत्र के रूप में
आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन, व शपथ पत्र के रूप में, इन तीन तरीकों से आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जा सकता है। अगर आप ऑनलाइन Income Certificate बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, जिनकी जानकारी आगे लेख को पढ़कर प्राप्त कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन करें
आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सबसे पहले जिस प्रदेश में आप रह रहे हैं उस प्रदेश की वेबसाइट पर जाना होता है। इसके लिए हर प्रदेश की वेबसाइट अलग-अलग है। जैसे उत्तर प्रदेश के लिए अलग वेबसाइट होगी, बिहार राज्य के लिए अलग है।
- संबंधित राज्य की वेबसाइट के पोर्टल पर जाएं, इसके बाद पोर्टल पर क्लिक करेंगें तो सिटीजन पोर्टल का पेज ओपन हो जाएगा। इस पेज पर आपको लॉगिन का विकल्प मिलेगा।
- अगर आप पहले से ही वेबसाइट के सदस्य हैं तो आप अपनी आईडी और पासवर्ड डालकर आसानी से लॉगिन कर सकते हैं, लेकिन अगर आप नए सदस्य है तो पहले आपको इसका सदस्य बनना होगा यानि इसके लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करते ही एक फॉर्म सामने खुलेगा। इसमें आवेदक का नाम, जन्मतिथि, लिंग, आवासीय पता इत्यादि जानकारी भरें।
- इस स्टेप के बाद आपको नीचे दिए ‘सुरक्षित करें’ पर क्लिक करना है। गलती होने पर ‘रिसेट’ पर क्लिक कर आप इस फॉर्म को दोबारा भर सकते हैं।
- सेव करने के बाद आपको अपनी ईमेल आईडी और फोन पर यूजर नेम और पासवर्ड मिल जाएगा। इसे डालकर आप लॉगिन कर सकते हैं।
- लॉगिन करने के बाद एक नया पेज ओपन होगा जिस पर एक विकल्प नजर आएगा इस पर क्लिक करने के बाद आप आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इस दौरान जो फॉर्म ओपन होगा उसकी सभी जानकारी सही-सही भरें। जानकारी देने के बाद आपको अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स को भी अपलोड करना होगा जैसे कि अपना पहचान पत्र, आधार, वोटर और राशन कार्ड आदि।
- डॉक्यूमेंट्स अपलोड हो जाने के बाद सब्मिट बटन पर क्लिक कर दें। इसके बाद आपको एक आवेदन संख्या मिलेगी, इसे सेव कर लें। इसके बाद आपको वहां बताया शुल्क जमा करना होगा।
- ऐसा करने के बाद Income Certificate का आवेदन पूरा हो जाता है।
आवेदन के कुछ दिन बाद अकाउंटेंट की स्वीकृति मिलते ही आय प्रमाण पत्र दे दिया जाता है। इस प्रमाण पत्र को आप अपने यूजर नेम और पासवर्ड की मदद से आसानी से ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। यह ध्यान रखना होगा कि हर राज्य के आय प्रमाण पत्र बनाने का पोर्टल और तरीका एक दूसरे से भिन्न है। इसलिए, पोर्टल पर दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन करें। इस संबंध में पूरी जानकारी आपको पोर्टल पर आसानी से मिल जाती है।
ऑफलाइन आवेदन करें
ऑफलाइन आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आपको ऑफिस में जाकर इसे बनवाना होता है। इस प्रक्रिया के दौरान सबसे पहले इनकम सर्टिफिकेशन एप्लिकेशन फॉर्म लें। उसमे बताई सारी जानकारी सही-सही भरें। इसके बाद अपने निवास स्थान के पटवारी, तहसीलदार या पार्षद से इसे वेरीफाई जरूर करवाएं। अपने निवास स्थान के कॉमन सर्विस सेंटर पर जाएं और वहां अफसर ऑनलाइन आपके आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर देंगें। आपको अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी जमा कराने अनिवार्य हैं। इसके बाद आपको CIDR ID बनाकर दे दी जाती है। अधिकारी आपके सभी डॉक्यूमेंट्स भी अपलोड कर देते हैं और फॉर्म भी सब्मिट कर देते हैं। फार्म के लिए आपको फीस भी देनी होगी जिसकी रसीद दी जाती है। इसके बाद फॉर्म ऑनलाइन ही तहसीलदार तक पहुंचता हैं। जांच के दौरान सभी जानकारियां सही मिलने पर आय प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया में सात से पंद्रह दिन लग जाते हैं। आपको जो रसीद दी गई है उस पर वह तारीख होती है जिस दिन आपको प्रमाण पत्र मिलना है। उसी दिन कॉमन सर्विस सेंटर जाकर अपना Income Certificate प्राप्त कर सकते हैं।
स्वप्रमाणित घोषणा पत्र / शपथ पत्र के रूप में
2014 के बाद से सरकार द्वारा आम नागरिको को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से स्वप्रमाणित घोषणा पत्र की अनुमति दी गई। स्वप्रमाणित घोषणा पत्र के माध्यम से व्यक्ति द्वारा यह प्रमाणित किया जाता है, कि पत्र में लिखी गई सभी बातें सत्य हैं। यदि उस पत्र में की गई घोषणाएं गलत पाई जाती है तो इसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। यदि आप किसी तरह का ऑनलाइन आवेदन करते है तो आपको अनेकों जानकारियां देना होती हैं। यदि जानकारियों के सत्यापन के लिए सबूत न हो तब आपको स्वप्रमाणित घोषणा पत्र देना होता है, इस प्रमाण पत्र को शपथ पत्र कहा जाता है। इस प्रमाण पत्र को कानूनी मान्यता देने के लिए 10 रुपये का स्टाम्प पेपर में प्रस्तुत किया जाता है, तथा वैधता देने के लिए इसे नौटरी से भी प्रमाणित किया जाता है।
स्वप्रमाणित घोषणा पत्र / शपथ पत्र का उपयोग
- आय के लिए
- आयु के लिए
- विकलांगता के लिए
- जाति के लिए
- दुकान/मकान
- रोजगार के लिए
- चुनाव
आदि के सम्बन्ध में किया जा सकता है। यदि किसी भी प्रकार की जानकारी को साबित करने के लिए आपके पास कानूनी दस्तावेज़ न हो, तो उस स्थिति में घोषणा पत्र या शपथ पत्र प्रस्तुत किया जा सकता है। इसे कानूनी मान्यता/वैधता दोनों ही प्राप्त होती है। यदि आप अपनी आय को दर्शाना चाहते हैं लेकिन आपके पास इसे दर्शाने के लिए कोई सबूत न हो तो ऐसी स्थिति में उक्त राशि के लिए एक हलफनामा या शपथ पत्र प्रस्तुत किया जाता है। यह सभी व्यक्ति या विभाग को मान्य होता है।
आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
Income Certificate प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रत्येक राज्य के लिए भिन्न हो सकते हैं। आय प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सामान्य सूची निम्नलिखित है।
- आईडी प्रूफ, जैसे -वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र।
- एड्रेस प्रूफ जैसे वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या कोई अधिकृत दस्तावेज जिसे केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा एड्रेस प्रूफ माना जाता है।
- पासपोर्ट साइज कलर फोटो।
- राशन कार्ड (बीपीएल) या राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्ड। (यदि लागू हो)
- आवेदक / परिवार के मुखिया से स्व-घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर।
- राज्य सरकार / केंद्र शासित प्रदेश द्वारा प्रदान की गई व्यक्तिगत आवश्यकता के आधार पर अतिरिक्त दस्तावेज जैसे व्यय प्रमाण भी प्रस्तुत करने की आवश्यकता हो सकती है।
आय प्रमाण-पत्र ऑनलाइन डाउनलोड करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको ई डिस्टिक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- होम पेज पर सिटीजन के सेक्शन में जाएं।
- यहां Income Certificate Download के विकल्प पर क्लिक करें।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
- इस पेज पर आपको पूछी गई सभी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद डाउनलोड के बटन पर क्लिक करें।
- इस प्रकार आप आय प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
आय प्रमाण पत्र की वैधता
आय प्रमाण पत्र की वैद्यता केवल उसमें उल्लिखित वित्तीय वर्ष के लिए मान्य होती है। इस प्रकार, वैधता सुनिश्चित करने के लिए प्रमाण पत्र को हर वित्तीय वर्ष में नवीनीकृत करने की आवश्यकता होती है। साथ ही, एक नया Income Certificate जारी करने के लिए प्रमाण के रूप में पुराने प्रमाण पत्र की आवश्यकता हो सकती है।
Income Certificate बनने में कितने दिन लगते हैं?
इनकम सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने के समय से लेकर 7 से 15 दिन के समय अंतराल में आय प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। यदि न्यूनतम समय देखा जाए तो 7 दिन और यदि अधिकतम समय देखा जाए तो 15 दिन भी लग सकते हैं।
विभिन्न भारतीय राज्यों में आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले प्राधिकरण व उनके ऑफिशियल पोर्टल
क्रमांक | भारतीय राज्य | प्राधिकरण | ऑफिशियल पोर्टल |
1 | आंध्र प्रदेश | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
2 | अरुणाचल प्रदेश | जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर | यहाँ क्लिक करें |
3 | असम | राजस्व अंचल अधिकारी | यहाँ क्लिक करें |
4 | बिहार | अंचल कार्यालय के अंचल अधिकारी | यहाँ क्लिक करें |
5 | छत्तीसगढ़ | नायब तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
6 | गोवा | सभी तालुका के मामलातदार | यहाँ क्लिक करें |
7 | गुजरात | जिला कलेक्टर / डिप्टी कलेक्टर / सहायक। कलेक्टर / प्रान्त अधिकारी / मामलातदार | यहाँ क्लिक करें |
8 | हरियाणा | सीआरओ (तहसीलदार / नायब तहसीलदार संबंधित) | यहाँ क्लिक करें |
9 | हिमाचल प्रदेश | राजस्व विभाग के तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
10 | जम्मू और कश्मीर | उप-मंडल मजिस्ट्रेट (तहसीलदार के पद से नीचे का नहीं) | यहाँ क्लिक करें |
11 | झारखंड | प्रत्येक जिले में अनुमंडल पदाधिकारी | यहाँ क्लिक करें |
12 | कर्नाटक | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
13 | केरल | ग्राम अधिकारी (यदि राज्य सरकार के विभागों या प्राधिकरणों के समक्ष पेश किया जाता है) / तहसीलदार (यदि केंद्र सरकार के विभागों या प्राधिकरणों के समक्ष पेश किया जाता है) | यहाँ क्लिक करें |
14 | मध्य प्रदेश | तहसीलदार / नायब तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
15 | महाराष्ट्र | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
16 | मणिपुर | जिला प्राधिकरण i/c DC/ADC/SDO (SDO/SDM के पद से नीचे नहीं) | यहाँ क्लिक करें |
17 | मेघालय | सरकार के मामले में नियोक्ता। कर्मचारी और अन्य के मामले में सांसद / विधायक / डीसी / एसडीओ सिविल द्वारा। | यहाँ क्लिक करें |
18 | मिजोरम | जिला मजिस्ट्रेट या जिला मजिस्ट्रेट द्वारा अधिकृत कोई अन्य अधिकारी | यहाँ क्लिक करें |
19 | नागालैंड | उप.आयुक्त, अपर.उप.आयुक्त और उप-मंडल अधिकारी (सी) | यहाँ क्लिक करें |
20 | ओडिशा | राजस्व अधिकारी | यहाँ क्लिक करें |
21 | पंजाब | सीआरओ (तहसीलदार / नायब तहसीलदार संबंधित) | यहाँ क्लिक करें |
22 | राजस्थान | तहसीलदार / नोटरी | यहाँ क्लिक करें |
23 | सिक्किम | विशेष कार्यकारी मजिस्ट्रेट (प्रखंड विकास अधिकारी, ग्रामीण प्रबंधन एवं विकास विभाग) | यहाँ क्लिक करें |
24 | तमिलनाडु | जोनल डिप्टी तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
25 | त्रिपुरा | संबंधित जिलों के उपायुक्त | यहाँ क्लिक करें |
26 | तेलंगाना | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
27 | उत्तर प्रदेश | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
28 | उत्तरांचल | तहसीलदार/एसडीएम/सिटी मजिस्ट्रेट | यहाँ क्लिक करें |
29 | पश्चिम बंगाल | क्षेत्रानुसार | यहाँ क्लिक करें |
भारत के विभिन्न केंद्र शासित प्रदेशों में आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले प्राधिकरण | |||
1 | अंडमान और निकोबार | तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
2 | दादरा और नगर हवेली | मामलातदार | यहाँ क्लिक करें |
3 | चंडीगढ़ | सब डिविजनल मजिस्ट्रेट | यहाँ क्लिक करें |
4 | दिल्ली | सरकार के उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम)। दिल्ली के एनसीटी के | यहाँ क्लिक करें |
5 | लक्षद्वीप | अगत्ती व मिनिकॉय में डिप्टी कलेक्टर और शेष द्वीपों में एसडीओ | यहाँ क्लिक करें |
6 | पांडिचेरी | तहसीलदार, उप तहसीलदार | यहाँ क्लिक करें |
7 | दमन, दीव | मामलातदार दमन, मामलातदार दीव | यहाँ क्लिक करें |
इनकम सर्टिफिकेट कैसे बनवाएं? इंग्लिश में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के लिए कौन पात्र है?
सभी व्यक्ति Income Certificate के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। व्यवसायी, वेतनभोगी कर्मचारी, गैर-वेतनभोगी व्यक्ति, विधवा, मजदूर, परामर्शदाता, एजेंट आदि इस प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्या EWS सर्टिफिकेट और इनकम सर्टिफिकेट एक ही है?
नहीं, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को जारी किया गया एक आय और संपत्ति प्रमाण पत्र है। आय प्रमाण पत्र किसी व्यक्ति की जाति नहीं दिखाएगा। आय प्रमाण पत्र, जारी किए जाने वाले वर्ष के लिए एक परिवार की आय को प्रमाणित करता है, जबकि EWS प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए Income Certificate आवश्यक है।
क्या कृषि आय प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र एक ही है?
नहीं, आय प्रमाण पत्र में सभी स्रोतों से होने वाली वार्षिक आय का विवरण शामिल होता है, जबकि कृषि आय प्रमाण पत्र में केवल किसी भी कृषि गतिविधियों में शामिल होने से प्राप्त आय का विवरण होता है।
क्या एनआरआई आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, आय प्रमाण पत्र केवल संबंधित राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के निवासियों को जारी किया जाता है। आवेदक को उस राज्य का पता/निवास प्रमाण देना होगा जिसमें वह Income Certificate के लिए आवेदन करता है। इस प्रकार, केवल राज्य के निवासी ही आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्या मुझे आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता है?
आम तौर पर, आय प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा जारी कोई भी पहचान / पता प्रमाण प्रदान किया जा सकता है। हालाँकि, Income Certificate के लिए आवेदन करने के लिए आजकल आधार कार्ड अनिवार्य है।
आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन शुल्क क्या है?
इनकम सर्टिफिकेट या आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन करते समय आवेदक को केवल एक छोटी सी राशि भुगतान करनी होती है जो कि ना के बराबर है। यह राशि प्रत्येक राज्य में आवेदन के लिए अलग-अलग हो सकती है।
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