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आय प्रमाण पत्र

भारत में छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के लिए आवश्यक आय प्रमाण दस्तावेज़!

by Himanshi

आय प्रमाण पत्र सार्वजनिक प्राधिकारियों (Authorities) द्वारा जारी किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण ऑफिसियल (Official) दस्तावेज़ है। इसे मुख्य रूप से सरकारी आय अधिकारियों द्वारा किसी व्यक्ति या परिवार की वार्षिक आय का प्रमाण हेतु उपलब्ध कराया जाता है। यह प्रमाणपत्र सभी कानूनी और आधिकारिक (ऑफिसियल) उद्देश्यों के लिए नागरिकों की वार्षिक आय (Annual Income) का प्रमाण देता है। हालाँकि, आय प्रमाण पत्र के लिए दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है जो नागरिकों आय (Income) क्षमता की पुष्टि करता है।

अधिकांश कानूनी और वित्तीय लेनदेन के लिए, कर (Tax) दाखिल करने, शिक्षा ऋण (Education loan) के लिए आवेदन, बैंक खाता खोलने, शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश, आरक्षण (Reservation) पर सरकारी नीतियों से होने वाले लाभ, छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के लिए आवेदन तथा सब्सिडी के लाभ शामिल हैं।  इन मामले के लिए,आवेदकों को अपना आय प्रमाण प्रस्तुत करना होगा और जमा करना होगा। आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए, पात्रता एवं बुनियादी मानदंडों को पूरा करना चाहिए जो एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न भी हो सकते हैं। हालाँकि, कुछ सामान्य पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं।

  • इच्छुक आवेदकों को भारत का नागरिक होना चाहिए और किसी विशिष्ट राज्य या केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • आवेदकों की व्यक्तिगत या पारिवारिक आय संबंधित सार्वजनिक प्राधिकरणों द्वारा घोषित एक  विशेष सीमा मानदंडों को पूरा करना चाहिए।

यह लेख भारत में आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आम तौर पर विश्वसनीय प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाने वाले प्रासंगिक दस्तावेजों की एक विस्तृत विवरण प्रदान करता है। आवश्यक आय प्रमाण दस्तावेजों की सूची, आवेदन प्रक्रिया सहित अन्य प्रासंगिक विवरणों के बारे में जानकारी आगे दी गयी है।

आय प्रमाणपत्र बनाना – संक्षिप्त विवरण

विषय आय प्रमाण दस्तावेज़ और आय प्रमाण पत्र
जारीकर्ता सरकारी प्राधिकारी
पात्रता भारतीय नागरिक
आय प्रमाण पत्र बनाने की अवधि सामान्यतः 14 दिन में प्रमाणपत्र जारी कर दिये जाते हैं
आवेदन कैसे करें? जिला/राज्य ऑनलाइन पोर्टल या ऑफलाइन मोड

आय प्रमाणपत्र से व्यक्ति या परिवार की मासिक आय का पता चलता है, जिसमें अन्य विवरण भी शामिल हैं, जैसे सभी स्रोतों से वार्षिक आय, दैनिक कमाई, वेतन, पेंशन, किराया, संपत्तियों के माध्यम से उत्पन्न आय और फॉरेन रेमिटेंस (परदेश से भेजा गया धन)। इसके अलावा, यह कई आधिकारिक कार्यों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में कार्य करता है, जिसमें शिक्षा ऋण सहित अन्य ऋणों के लिए आवेदन करना, सार्वजनिक योजनाओं और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के तहत दिए जाने वाले लाभ उठाना आदि शामिल है।

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आय प्रमाणपत्र/इनकम सर्टिफिकेट क्या है?

आय प्रमाण पत्र/Income Certificate और कुछ नहीं बल्कि एक आधिकारिक दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति या परिवार की आय को प्रमाणित करता है। यह एक आवश्यक दस्तावेज़ है जो राजस्व अधिकारियों (Revenue Officers) द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। आय दस्तावेज़ परिवार या किसी व्यक्ति के आय सीमा को प्रमाणित करता है। साथ ही, यह एक वित्तीय वर्ष (Financial Year) की एक विशिष्ट अवधि के भीतर परिवार या व्यक्ति द्वारा अर्जित कुल आय का प्रमाण है। यह प्रमाणीकरण आवेदक की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है, जिससे वह विभिन्न सरकारी कल्याण योजनाओं और छात्रवृत्ति कार्यक्रमों आदि के लिए पात्र बन सकता है। आय प्रमाण पत्र, इसलिए, आमदनी की क्षमता का प्रमाणित सत्यापन (Verification) है।

Income Proof दस्तावेजों में वह सभी चीजें शामिल होती हैं जो आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवश्यक होती हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में वास्तविक जारीकर्ता प्राधिकारी भिन्न हो सकते हैं। हालाँकि, सामान्य तौर पर, Income Certificate जारी करने के लिए राजस्व अधिकारी जैसे कि तहसीलदार या उप-तहसीलदार जिम्मेदार होते हैं। भारत के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, इसे निम्नलिखित अधिकारियों द्वारा भी जारी किया जाता है:

  • उप-आयुक्त (Deputy Commissioner)
  • जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrates)
  • उप-प्रभागीय मजिस्ट्रेट (Sub-Divisional Magistrates)
  • राजस्व मंडल अधिकारी (Revenue Circle Officers)
  • अन्य जिला प्राधिकारी (Other District Authorities) 

निम्नलिखित सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आय प्रमाण पत्र एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है –

  • छात्रवृत्ति कार्यक्रम
  • शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश
  • नौकरी के आवेदन में
  • अन्य कानूनी प्रक्रियाओं के लिए

इसमें नाम, आय के स्रोत, अर्जित आय, प्रमाणपत्रों की वैधता अवधि आदि जैसे आवश्यक विवरण होते हैं। आय प्रमाणपत्र का एक विशिष्ट फार्मेट इसके बाद प्रस्तुत किया जा रहा है। आय प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर के साथ जारीकर्ता प्राधिकारी (अथॉरिटी)/विभाग (डिपार्टमेंट) के स्टैम्प (मुहर) भी छपा होता है।

आय प्रमाण दस्तावेज़: दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया 

आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन की प्रक्रिया में, आवेदकों की पहचान, आवासीय स्थिति और आय स्रोत को मान्य करने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज आवश्यक है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं –

            पहचान प्रमाण   निवास प्रमाण   आय प्रमाण अन्य वैकल्पिक दस्तावेज़
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • फोटोयुक्त राशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आई कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • या कोई सरकारी मान्यता प्राप्त दस्तावेज
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • आवश्यक सेवाओं के उपयोगिता बिल जैसे,  बिजली, गैस, पानी, टेलीफोन बिल आदि।
  • रजिस्टर्ड रेंटल एग्रीमेंट
  • फोटोयुक्त राशन कार्ड
  • या कोई भी सरकारी मान्यता प्राप्त दस्तावेज़
  • वेतन पर्ची
  • आयकर रिटर्न (ITR)
  • एम्प्लॉयर (नियोक्ता) से घोषणा
  • स्व-रोजगार का शपथ पत्र /स्व-घोषणा पत्र
  • पासपोर्ट फोटो
  • उद्देश्य का दस्तावेजी साक्ष्य

सरकार के राजस्व विभाग (Revenue Department) द्वारा आय प्रमाण पत्र जारी करने के दिशानिर्देशों पर निम्नलिखित एनसीटी दिल्ली सरकार द्वारा जारी दस्तावेज का स्क्रीनशॉट और अधिक स्पष्टता हासिल करने में मदद प्रदान करेगा।

आवेदन को स्थानीय जिला प्राधिकरण के कार्यालय में जमा किया जाना चाहिए या आवश्यक दस्तावेज एकत्र करने के बाद ऑनलाइन अपलोड किया जाना चाहिए। आवेदन के साथ एक मामूली शुल्क (Fees) भी अदा करना पड़ सकता है, जो राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। प्रमाणपत्र सामान्यतः दो सप्ताह की अवधि के भीतर जारी किया जाता है।

आइए उत्तर प्रदेश का उदाहरण लेते हैं, जहां आवेदक अपना आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल  पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन के साथ संलग्न (Attached) किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों के साथ उल्लिखित है।

1. आयकर रिटर्न (आईटीआर)

आयकर रिटर्न (ITR) एक फॉर्म या दस्तावेज है जिसमें अर्जित आय और लागू कर (Tax) के बारे में जानकारी होती है। ऐसे व्यक्ति जो एक वित्तीय वर्ष में एक सीमा से कम कमाते हैं और उन पर कोई कर देनदारी नहीं है, वे आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल नहीं करते हैं। हालाँकि, यह उन नागरिकों के लिए आय प्रमाण के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है जो प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) का भुगतान कर रहे हैं। इसका उपयोग बैंक ऋण, वीज़ा प्रक्रियाओं और एवं अन्य कार्यों के लिए किया जा सकता है।

2. फॉर्म 16

फॉर्म 16 एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसका उपयोग आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की प्रक्रिया में किया जाता है, खासकर एक सीमा से अधिक वेतन पाने वाले व्यक्तियों के लिए। नियोक्ता एक वित्तीय वर्ष के अंत में अपने कर्मचारियों को फॉर्म 16 प्रस्तुत करने के लिए बाध्य हैं। यह दस्तावेज़ उनकी ओर से सरकार को सौंपा जाता है। Employer (नियोक्ता) द्वारा कर्मचारियों को भी फॉर्म 16 जारी किया जाता है। इसमें आय, कटौतियों और भुगतान किए गए करों के बारे में विवरण शामिल होता है, और इस प्रकार कर रिटर्न प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया है।

फॉर्म 16 के प्रकार

  • फॉर्म 16-A एक दस्तावेज है जो एम्प्लॉयर (नियोक्ता) द्वारा सरकार को जमा किये गए कर का सारांश प्रदान करता है।
  • फॉर्म 16-B में कर्मचारी की आय से जुड़े विविध वित्तीय विवरणों की जानकारी प्रस्तुत करता है जैसे कि वेतन, यदि किसी कर्मचारी के लिए लागू हो तो, वेतन से संभावित कटौती, एवं कोई अतिरिक्त आय।

3. हिन्दू अनडिवाइडेड फेमिली (HUF)

 Hindu Undivided Family (हिंदू अविभाजित परिवार) में वे सभी व्यक्ति शामिल हैं जो एक ही पूर्वज के प्रत्यक्ष वंशज हैं। इसमें पुरुष सदस्यों की पत्नियाँ और बेटियाँ भी शामिल हैं। कोई भी व्यक्ति अपने पति/पत्नी और दो बच्चों के साथ HUF बना सकता है और कर में कुछ छूट प्राप्त कर सकता है। मूल्यांकन के उद्देश्य से, आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 2(31) के तहत हिंदू अविभाजित परिवार को एक ‘पर्सन’ (Person) के रूप में माना जाता है। HUF के पास अपना स्वयं का स्थायी खाता नंबर/Permanent Account Number (PAN) होता है और वह सदस्यों से स्वतंत्र होकर कर टैक्स रिटर्न दाखिल करता है, और इसलिए उनका आय प्रमाण पत्र किसी व्यक्ति के आय प्रमाण पत्र से अलग होता है।

4. वेतन पर्ची

यदि कोई व्यक्ति आईटीआर (ITR) का भुगतान नहीं करता है, तो उसके पास आय प्रमाण के रूप में उसकी वेतन पर्ची होती है। इसमें मुआवज़ा, भत्ते, कटौती, मूल वेतन आदि जैसे विवरण शामिल हैं।

5. स्थानीय प्राधिकारी से प्रमाण 

नागरिक आय प्रमाण पत्र के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) और नगरपालिका क्षेत्रों के लिए सब-डिवीजनल ऑफिसर (एसडीओ) के कार्यालय में भी आवेदन कर सकते हैं। यह प्रमाणपत्र विभिन्न उद्देश्यों के लिए आय के कानूनी और वैध प्रमाण के रूप में कार्य करता है।

6. निम्नलिखित गतिविधियों में संलग्न व्यक्तियों के लिए आय प्रमाण पत्र:

  • कृषि
  • बागवानी
  • पशु चिकित्सा गतिविधियाँ

कृषि, बागवानी और पशु चिकित्सा गतिविधियों से आय वाले व्यक्तियों के लिए, जिला कृषि अधिकारी (डीएओ), जिला बागवानी अधिकारी (डीएचओ) और जिला पशु चिकित्सा अधिकारी (डीवीओ) आदि से प्राप्त प्रमाण पत्र आय प्रमाण का कार्य करता है। इसमें अनुमोदन प्राधिकारी के हस्ताक्षर और स्टैम्प (मुहर) के साथ पहचान, कृषि गतिविधि, आय विवरण आदि की जानकारी शामिल है।

7. बोनाफाईड सर्टिफिकेट     

एक कार्यरत कर्मचारी नियोक्ता (एम्प्लॉयर) से बोनाफाईड सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकता है। Employer द्वारा जारी किए गए बोनाफाईड सर्टिफिकेट यह दर्शाते हैं कि कर्मचारी नियोक्ता (Employer) के साथ काम कर रहा है। उन्हें वीजा के लिए आवेदन करने और वित्तीय सहायता प्राप्त करने आदि की प्रक्रिया में सहायक साक्ष्य के रूप में स्वीकार किया जाता है। बोनाफाईड सर्टिफिकेट का उपयोग आय प्रमाण के रूप में किया जा सकता है, हालांकि, छात्रों को अपनी वित्तीय स्थिति प्रदर्शित करने के लिए अतिरिक्त सहायक दस्तावेज़ या स्पष्टीकरण प्रदान करने की आवश्यकता हो सकती है।

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आय प्रमाण दस्तावेज़: आय प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी!

आय प्रमाण पत्र विभिन्न सरकारी अधिकारियों द्वारा विभिन्न स्तरों पर जारी किए जा सकते हैं। निम्नलिखित तालिका में आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले प्राधिकारी की सूची शामिल है।

आय प्रमाण दस्तावेज़: आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना!

आवेदकों को भारत में अपने आय प्रमाण के समर्थन में आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।आवेदकों को आय प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए समर्पित राज्य/जिला ऑनलाइन पोर्टल पर जाना चाहिए। बता दें कि ऑफलाइन आवेदन प्रक्रियाएं भी उपलब्ध हैं।

यदि आवेदक दिल्ली NCT का निवासी है, तो वे आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल पर आसानी से आवेदन कर सकते हैं। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के निवासी अपना आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए e-District  पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

नेशनल गवर्नमेंट सर्विसेज पोर्टल  (राष्ट्रीय सरकारी सेवा पोर्टल)

केंद्र, राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर सरकारी संस्थाओं ने ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करके अपने नागरिकों के जीवन को आसान और सरल बना दिया है। इससे पारदर्शिता और सहूलियत में वृद्धि हुई है। एक ही स्थान पर सूचीबद्ध कई वेबसाइटों के माध्यम से आय प्रमाण पत्र बनाने के विकल्प सहित कई सेवाएं प्रदान की जाती हैं। नेशनल गवर्नमेंट सर्विसेज पोर्टल उपलब्ध 13679 सरकारी सेवाओं को सूचीबद्ध करता है और नागरिकों को अपनी पंचलाइन ‘If you know a Govt. service, please let us know’ (यदि आप एक सरकारी सेवा को जानते हैं, कृपया हमें बताएं) के साथ प्रोत्साहित करता है।  इन सूचीबद्ध सेवाओं को खोजने योग्य इंटरफ़ेस के साथ अच्छी तरह से वर्गीकृत किया गया है।

राष्ट्रीय सरकारी सेवा पोर्टल (https://services.india.gov.in) को एक मंच के तहत विभिन्न सरकारी संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली ऑनलाइन सेवाओं की सूची की सुविधा के लिए India Portal परियोजना के दायरे में विकसित किया गया है।

आय प्रमाण पत्र का महत्व

आय प्रमाणपत्रों द्वारा पूरा किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य इस प्रकार सूचीबद्ध हैं:

  • आय प्रमाणपत्र किसी व्यक्ति या परिवार की वार्षिक आय के कानूनी प्रमाण के रूप में कार्य करता है।
  • विभिन्न सरकारी सेवाओं के तहत सहायता प्राप्त करने, संपत्ति खरीदने सहित करों में कटौती के लिए यह आवश्यक है।
  • छात्रों को शैक्षिक ऋण या छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने और भारत या विदेशों में उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने के समय भी इसकी आवश्यकता होती है।
  • सूखा और बाढ़, भूकंप, चक्रवात, सुनामी आदि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के बाद मुआवजा आय प्रमाण पत्र में उपलब्ध विवरण के आधार पर दिया जाता है।
  • यह व्यक्तियों को सरकार के सामाजिक कल्याण सहायता कार्यक्रमों का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है।
  • विकलांग व्यक्तियों को वित्तीय सहायता, जैसे श्रवण यंत्र, कृत्रिम अंग, साइकिल आदि।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

उत्तर. आवेदक आय प्रमाण पत्र का हकदार है, बशर्ते कि वह –

  • एक व्यक्ति जो भारत का नागरिक है।
  • एक व्यक्ति जो राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र का स्थायी निवासी है।

आवेदन पत्र के साथ कौन से आय प्रमाण दस्तावेज संलग्न करना आवश्यक है?

उत्तर. आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के लिए आम तौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आवासीय प्रमाण: एस.डी.ओ./ईपीआईसी/पासपोर्ट/ड्राइविंग लाइसेंस/राशन कार्ड/सरकार द्वारा जारी आवासीय प्रमाण पत्र। आईडी कार्ड/रक्षा आईडी कार्ड/पैन कार्ड
  • आय प्रमाण: वेतन प्रमाण पत्र, ग्राम प्रधान/नगर पालिका पार्षद से आय प्रमाण, आईटी रिटर्न प्रमाण पत्र
  • फोटो

एक नागरिक इस सेवा के लिए कितना भुगतान करता है?

उत्तर. इस सेवा के लिए भारत के कुछ राज्यों में किसी भुगतान की आवश्यकता नहीं है, हालांकि, अन्य राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों में आवेदन पर कार्रवाई के लिए मामूली शुल्क लग सकता है।

आय प्रमाण पत्र की वैधता अवधि क्या है?

उत्तर. आय प्रमाण पत्र में ही वैधता अवधि अंकित होती है।

रंगीन फोटोग्राफ का सामान्य आयाम क्या है?

उत्तर. लाभार्थी के एक पासपोर्ट आकार के रंगीन फोटो का आयाम निम्नलिखित होना चाहिए:

  • आकार ( 5 सेमी x 4.5 सेमी या 2″ x 1.75″)। 
  • इसमें पूरा चेहरा, खुली आँखों से सामने का दृश्य शामिल होना चाहिए। 
  • यह प्राकृतिक अभिव्यक्ति (बंद मुंह) के साथ सादे सफेद या ऑफ-व्हाइट पृष्ठभूमि में होना चाहिए।

क्या आईटीआर आय का प्रमाण हो सकता है?

उत्तर. हां, आईटीआर आय का प्रमाण है। भारत में आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन करते समय इसे एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है।

बैंक ऋण के लिए आय का प्रमाण क्या है?

उत्तर. आम तौर पर, आईटीआर (आयकर रिटर्न) का उपयोग बैंक ऋण के लिए आय के प्रमाण के रूप में किया जाता है। हालाँकि, यदि कोई व्यक्ति आईटीआर दाखिल नहीं करता है, तो बैंक वेतनभोगी व्यक्तियों से वेतन पर्ची मांगते हैं।

फॉर्म 16 क्या है?

उत्तर. फॉर्म 16 दस्तावेज़ एम्प्लॉयर (नियोक्ताओं) द्वारा कर्मचारियों को जारी किया जाता है। यह एक वित्तीय वर्ष में अर्जित टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) और वेतन को निर्दिष्ट करता है। इसमें कर्मचारी के वेतन, कटौती, भत्ते, टीडीएस एवं अन्य विवरण शामिल हैं।

मैं अपना आय प्रमाण पत्र कितने दिनों में प्राप्त कर सकता हूँ?

उत्तर. एक आवेदक सामान्यतः दो सप्ताह की अवधि के भीतर या उससे पहले आय प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है।

हिन्दू अनडिवाइडेड फेमिली (HUF) से क्या तात्पर्य है?

उत्तर. एक हिन्दू अनडिवाइडेड फेमिली (एचयूएफ) सदस्यों की एक एकल परिवार इकाई है जो एक ही पूर्वज के प्रत्यक्ष वंशज हैं। मूल्यांकन के उद्देश्य से इसे आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों के तहत एक ‘Person’ (व्यक्ति) के रूप में माना जाता है। उनके पास एक Permanent Account Number (स्थायी खाता संख्या) है और वे सदस्यों से स्वतंत्र होकर कर रिटर्न दाखिल करते हैं। उनके पास एक सामान्य आय प्रमाणपत्र होता है जो किसी व्यक्ति के आय प्रमाणपत्र से अलग होता है।

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