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स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना 2025 – वैज्ञानिकों के लिए शोध अवसर

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना 2025: युवा वैज्ञानिकों के लिए सुनहरा अवसर!

by Sadhana Soni

भारत सरकार द्वारा भारत की स्वतंत्रता के 50वें वर्ष के उपलक्ष्य में स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना की शुरुआत की गई थी। Swarn Jayanti Fellowship Yojna उन युवा वैज्ञानिकों के लिए है जिनका सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है और जो विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी जैसे अग्रणी क्षेत्रों में अनुसंधान करना चाहते हैं।

इस योजना के माध्यम से चयनित वैज्ञानिकों को स्वतंत्रता और अनुकूलता के साथ रिसर्च करने का अवसर दिया जाता है। इसके अंर्तगत परियोजनाओं में नवीन विचार शामिल होने चाहिए जिनका उद्देश्य संबंधित क्षेत्र में शोध एवं विकास को प्रभावित करने वाला होना चाहिए।

इस योजना के लिए चयनित फेलो को उनके मूल वेतन के अतिरिक्त हर महीने ₹25,000 का भत्ता प्रदान किया जाता है।

Swarn Jayanti Fellowship Yojna 2025 – संक्षिप्त विवरण

Table of Contents

श्रेणी विवरण
योजना का नाम स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना
प्रस्तावक विभाग विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार
उद्देश्य सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले युवा वैज्ञानिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में मौलिक अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें विशेष सहायता प्रदान करना
लाभ 5 वर्ष की अवधि तक मूल वेतन के अतिरिक्त ₹25,000 प्रति माह
पात्रता  
  • भारतीय नागरिक
  •  विज्ञान/इंजीनियरिंग/चिकित्सा में PhD धारक
  • किसी अन्य सरकारी फेलोशिप से लाभार्थी नहीं होना अनिवार्य
  • विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे अग्रणी क्षेत्रों में सक्रिय शोध, प्रकाशन, पेटेंट, पुरस्कार आदि
  • आयु सीमा: 30 – 40 वर्ष
फेलोशिप अवधि अधिकतम 5 वर्ष
आवेदन प्रक्रिया केवल ऑनलाइन आवेदन

DST e-PMS पोर्टल (https://onlinedst.gov.in/) पर लॉगिन करके 

चयन प्रक्रिया विषय समिति द्वारा प्रारंभिक मूल्यांकन
आवश्यक दस्तावेज़ पहचान प्रमाण, आयु प्रमाण, PhD प्रमाणपत्र, रोजगार प्रमाण, पुरस्कार/फेलोशिप विवरण, शोध प्रकाशनों की सूची आदि
आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से आवेदन स्वीकार किए जाते हैं।

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स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना 2025 – अवधि और लाभ

1. फेलोशिप अवधि:

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना की अवधि अधिकतम 5 वर्ष निर्धारित की गई है। इस अवधि के दौरान, फेलो को उनके अनुसंधान कार्य में स्वतंत्रता और अनुकूलता के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। 

2. मूल वेतन के अतिरिक्त भत्ता:

फेलो छात्र को उनके मूल वेतन के अतिरिक्त हर महीने ₹25,000 का भत्ता प्रदान किया जाएगा। यह भत्ता फेलो के अनुसंधान कार्य के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता के रूप में होगा। 

3. वित्त पोषण और परियोजनाओं का समर्थन:

चयनित फेलो छात्र और उनकी परियोजनाओं को विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) द्वारा आवर्ती और गैर-आवर्ती फेलोशिप के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने पर विचार किया जाएगा। इसका अर्थ यह है कि SERB द्वारा प्रदान किए गए मानदंडों के अनुसार, इन फेलोशिपों के लिए आवश्यक पूंजी और संसाधन दिए जाएंगे, जिससे फेलो को उनके अनुसंधान में मदद मिलेगी।

4. फेलोशिप वैज्ञानिक-विशेष है:

यह फेलोशिप वैज्ञानिक-विशेष है, अर्थात यह किसी संस्थान-विशेष नहीं है। इसका मतलब है कि यह योजना किसी विशेष संस्थान के लिए नहीं, बल्कि व्यक्तिगत वैज्ञानिकों के लिए है। फेलो को किसी भी मान्यता प्राप्त भारतीय शैक्षणिक या अनुसंधान संस्थान से चयनित किया जा सकता है, बशर्ते वह उस संस्थान में नियमित रूप से काम कर रहे हों। 

5. परियोजनाओं की निगरानी:

इस फेलोशिप के तहत फेलो और उनके अनुसंधान कार्य की निगरानी गहन और नियमित रूप से की जाती है। फेलोशिप योजना के तहत, चयनित वैज्ञानिकों और उनकी परियोजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन नियमित अंतराल पर किया जाएगा। 

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना – पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria) 

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना के तहत आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है:

1. राष्ट्रीयता: भारतीय नागरिक

यह फेलोशिप केवल भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है। केवल वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जो भारत के नागरिक हैं। विदेशी नागरिक या प्रवासी भारतीय (NRI) इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।

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2. शैक्षणिक योग्यता: विज्ञान/इंजीनियरिंग/चिकित्सा में पीएचडी धारक

उम्मीदवार को विज्ञान, इंजीनियरिंग या चिकित्सा में पीएचडी (Doctor of Philosophy) की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए। केवल वे वैज्ञानिक, इंजीनियर या चिकित्सक आवेदन करने के योग्य होंगे जिन्होंने अपनी शैक्षणिक यात्रा में उच्चतम स्तरीय डिग्री प्राप्त की हो और वे अनुसंधान कार्य में सक्रिय रूप से संलग्न हैं।

4. अन्य फेलोशिप: उम्मीदवार को भारत सरकार की किसी अन्य योजना से फेलोशिप प्राप्त नहीं होनी चाहिए। जो लोग पहले से किसी अन्य सरकारी योजना से वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें यह फेलोशिप नहीं दी जाएगी। 

5. अनुसंधान अनुभव:  विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे अग्रणी क्षेत्रों में सक्रिय शोध का अनुभव, पेटेंट, पुरस्कार अथवा वैज्ञानिक समुदाय से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। 

6. आयु सीमा: 30 से 40 वर्ष – इस योजना के लिए आयु सीमा 30 से 40 वर्ष के बीच निर्धारित की गई है। इसका अर्थ यह है कि केवल वे वैज्ञानिक इस फेलोशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं जिनकी उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच हो। इस आयु सीमा को निर्धारित करने का उद्देश्य युवा वैज्ञानिकों को मौलिक शोध करने के लिए प्रेरित करना है और उन्हें अपने करियर के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर वित्तीय और व्यावसायिक सहायता प्रदान करना है।

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना – आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)

उम्मीदवारों को आवेदन के साथ कुछ दस्तावेज़ भी जमा करने होंगे, जैसे:

  • आधार कार्ड या पहचान प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट आकार की फोटो
  • आयु प्रमाण पत्र
  • शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र (पीएचडी, पोस्ट-ग्रेजुएशन आदि)
  • वर्तमान रोज़गार प्रमाण पत्र
  • व्यावसायिक मान्यता, पुरस्कार, और पेटेंट (यदि उपलब्ध हो)
  • शोध पत्रों और पेटेंट्स की सूची

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स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना – चयन प्रक्रिया 

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना के तहत चयन प्रक्रिया चार मुख्य चरणों में बांटी गई है। प्रत्येक चरण में उम्मीदवारों की सटीकता, शोध के विचार, और उनके योगदान की गहरी समीक्षा की जाती है। चयन की यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि केवल वे वैज्ञानिक ही चयनित हों, जिन्होंने नवीन और मौलिक अनुसंधान किया है।

1. विषय समिति: प्राप्त आवेदनों का प्रारंभिक मूल्यांकन

प्रारंभिक चयन के लिए सभी प्राप्त आवेदनों की विषय समिति द्वारा समीक्षा की जाती है।

  • इस चरण में, आवेदन पत्रों का विश्लेषण किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि आवेदक के द्वारा प्रस्तुत परियोजना विज्ञान, इंजीनियरिंग या चिकित्सा के अग्रणी क्षेत्रों में नवीन और मौलिक अनुसंधान पर आधारित हो।
  • समिति यह भी जांचती है कि उम्मीदवार ने अपने क्षेत्र में पूर्व में किए गए कार्य, पेटेंट, शोध प्रकाशन, और अन्य उपलब्धियों से अपने योगदान को प्रमाणित किया है या नहीं।

2. प्रस्तुति चरण: चयनित आवेदकों को अपनी परियोजना प्रस्तुत करनी होगी

चयनित उम्मीदवारों को अपनी परियोजना का विस्तृत प्रस्तुतीकरण देने का अवसर दिया जाता है।

  • इस चरण में, आवेदकों को अपने शोध कार्य और परियोजना विचार को विशेषज्ञों और चयन समिति के सामने प्रस्तुत करना होता है।
  • उम्मीदवार अपनी परियोजना के नवीनता, प्रभाव और योगदान को स्पष्ट रूप से बताते हैं, साथ ही यह भी बताते हैं कि यह अनुसंधान विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्या बदलाव ला सकता है।
  • प्रस्तुति के दौरान, उम्मीदवार को अपनी अनुसंधान विधियाँ, कार्ययोजना, समयसीमा, और प्रारंभिक परिणाम आदि को भी दर्शाना होता है।

3. राष्ट्रीय कोर समिति: विशेषज्ञों द्वारा अंतिम सिफारिश

प्रस्तुति चरण के बाद, सभी चयनित आवेदकों के प्रस्तुतीकरण की राष्ट्रीय कोर समिति द्वारा समीक्षा की जाती है।

  • इस समिति में देश के शीर्ष विशेषज्ञ और वैज्ञानिक शामिल होते हैं, जो आवेदकों की परियोजनाओं का मूल्यांकन करते हैं।
  • इस चरण में, विशेषज्ञ उम्मीदवार के प्रस्तावित शोध कार्य को उनकी क्षमता, योगदान और नवाचार के हिसाब से आंकते हैं।
  • समिति यह सुनिश्चित करती है कि उम्मीदवार का शोध विचार न केवल प्रासंगिक हो, बल्कि यह विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव भी ला सके।
  • कोर समिति विशेषज्ञों के विभिन्न दृष्टिकोणों से जांच करके अंतिम सिफारिश करती है।

4. अधिकार प्राप्त समिति: अंतिम चयन

अंतिम चयन का निर्णय अधिकार प्राप्त समिति द्वारा लिया जाता है।

  • यह समिति राष्ट्रीय कोर समिति की सिफारिशों के आधार पर चयनित उम्मीदवारों की अंतिम सूची तैयार करती है।
  • चयन के लिए केवल वे वैज्ञानिक चुने जाते हैं जिन्होंने नवीन और मौलिक अनुसंधान किया है और जिनका शोध विचार वैज्ञानिक समुदाय में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना – आवेदन प्रक्रिया (Application Process) 

स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार निम्नलिखित चरणों के अनुसार आवेदन कर सकते हैं:

  • “स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना” के लिए पात्र उम्मीदवारों से डीएसटी ऑनलाइन पोर्टल पर दिए गए प्रारूप में आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।
  • उम्मीदवारों को “डीएसटी ई-पीएमएस पोर्टल” के होम पेज पर पहुँचने के लिए https://onlinedst.gov.in/ पर लॉग इन करना होगा। आवेदन केवल ऑनलाइन मोड में जमा कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण निर्देश 

  • आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, और उम्मीदवार को आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी भेजने की आवश्यकता नहीं है। सभी दस्तावेज़ों और जानकारी को केवल ऑनलाइन पोर्टल पर ही सबमिट करना होगा।
  • अंतिम चयन से पहले परियोजना का विस्तृत विचार प्रस्तुत करना आवश्यक है । परियोजना का विचार नवीन, मौलिक और प्रभावशाली होना चाहिए, और उसे विभागीय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह शोध भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में योगदान देगा।
  • स्वर्ण जयंती फेलोशिप योजना का विज्ञापन और आवेदन विवरण हर वर्ष DST की वेबसाइट पर उपलब्ध किया जाएगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे हर वर्ष इस वेबसाइट पर जाएं और योजना के लिए आवेदन की तिथि, प्रक्रिया, पात्रता और अन्य अपडेट की जानकारी प्राप्त करें।

Swarn Jayanti fellowship Yojna – संपर्क विवरण 

पता – श्री मिलिंद कुलकर्णी (वैज्ञानिक जी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग,प्रौद्योगिकी भवन, न्यू महरौली रोड, नई दिल्ली-110016

फ़ोन नंबर: 011-26512217

ईमेल: milind@nic.in और jacob@nic.in

Swarn Jayanti fellowship Yojna – महत्वपूर्ण लिंक 

स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना – FAQs

“स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना” क्या है?

उत्तर – स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना के तहत, चयनित युवा वैज्ञानिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में बुनियादी शोध करने के लिए विशेष सहयोग और सहायता प्रदान की जाती है। चयनित फेलो को उनके मूल वेतन के अतिरिक्त हर महीने ₹25,000 का भत्ता प्रदान किया जाता है।

इस योजना का कार्यान्वयन विभाग कौन सा है?

उत्तर – स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना का कार्यान्वयन विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया जाता है।

Swarn Jayanti fellowship Yojna के लिए कौन आवेदन कर सकता है?

उत्तर – विज्ञान, इंजीनियरिंग, या चिकित्सा में पीएचडी डिग्री प्राप्त सभी भारतीय नागरिक जो किसी मान्यता प्राप्त भारतीय शैक्षणिक या अनुसंधान संगठन में नियमित पद पर कार्यरत हैं, वे आवेदन कर सकते हैं।

Swarn Jayanti fellowship Yojna के आवेदन हेतु आयु मानदंड क्या है?

उत्तर – 30 से 40 वर्ष आयु वर्ग के सभी वैज्ञानिक आवेदन के पात्र हैं।

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स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना के क्या लाभ हैं?

उत्तर – इस योजना के तहत, चयनित फेलो को 5 वर्षों के लिए उनकी मूल संस्थान से प्राप्त वेतन के अतिरिक्त ₹25,000 प्रति माह का भत्ता दिया जाएगा। इसके अलावा, चयनित फेलो और उनकी परियोजनाओं को विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) द्वारा फेलोशिप, आवर्ती और गैर-आवर्ती मदों के लिए वित्त पोषण पर विचार किया जाएगा।

फेलोशिप की अवधि कितनी है?

उत्तर – इस फेलोशिप की अवधि 5 वर्ष है।

स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

उत्तर – आवेदक DST e-PMS पोर्टल (https://onlinedst.gov.in/) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और कोई हार्ड कॉपी भेजने की आवश्यकता नहीं है।

स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना के लिए फेलो का चयन कैसे किया जाएगा?

उत्तर – फेलो का चयन निम्नलिखित चरणों में किया जाएगा:

  • सबसे पहले, एक विषय समिति आवेदनों की जाँच करती है और चयनित आवेदकों को प्रस्तुतिकरण के लिए बुलाती है।
  • आवेदक अपनी परियोजना पर विस्तृत प्रस्तुति देते हैं।
  • प्रस्तुतिकरण के बाद, विशेषज्ञों की राष्ट्रीय कोर समिति फाइनल सिफारिश करती है।
  • चयन के अंतिम चरण में, अधिकार प्राप्त समिति द्वारा अंतिम चयन किया जाता है।

क्या मैं स्वर्णजयंती फेलोशिप योजना के लिए ऑफ़लाइन आवेदन कर सकता हूँ?

उत्तर – नहीं, ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किये जाएंगे। आवेदकों को आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी भेजने की आवश्यकता नहीं है। सभी आवेदन केवल DST e-PMS पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन ही जमा करना होगा।

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