फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) – विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियाँ (DNTs) देश में सबसे अधिक उपेक्षित, हाशिए पर और आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित समुदायों में से हैं। फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत विमुक्त (DNT), घुमंतू (NT) और अर्ध-घुमंतू समुदायों (SNT) के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) की एक पहल है।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) के तहत उपर्युक्त श्रेणियों के छात्र जो वर्तमान में कक्षा 12वीं में अध्ययनरत हैं या जिन्होंने कक्षा 12वीं उत्तीर्ण की है, वे ₹1,20,000 तक की कोचिंग फीस प्राप्त कर सकते हैं और नीट (NEET), जेईई मेन (JEE Main), क्लैट (CLAT), एनडीए (NDA), टॉफल (TOEFL), सैट (SAT), सीए-सीपीटी (CA-CPT) सहित अन्य पाठ्यक्रमों जैसे आरआरबी (RRB), बैंकिंग, बीमा, राज्य पुलिस और सीपीएल (CPL) आदि जैसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) के बारे में
विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) का गठन सरकार द्वारा विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण को सुविधाजनक बनाने के लिए हाल के वर्षों में उठाए गए सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। यह योजना सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा विमुक्त जनजातियों की आर्थिक सशक्तिकरण योजना (SEED) के तहत विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के विकास और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय अनुसूचित जातियों, पिछड़े वर्गों, दिव्यांग व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों सहित समाज के वंचित और उपेक्षित वर्गों के कल्याण, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के लिए जिम्मेदार है। मंत्रालय की नीतियों, कार्यक्रमों, कानूनों और संस्थाओं का प्राथमिक उद्देश्य इन लक्षित समूहों को आत्मनिर्भर बनाकर विकास की मुख्यधारा में एकीकृत करना है।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – उद्देश्य
एसईईडी (SEED) स्कीम का प्रमुख उद्देश्य विमुक्त (DNT), घुमंतू (NT) और अर्ध-घुमंतू जनजातियों (SNT) से आने वाले छात्रों को गुणवत्तापूर्ण कोचिंग की सुविधा प्रदान करना है, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने और सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में उपयुक्त रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – संक्षिप्त विवरण
स्कॉलरशिप का नाम | फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) |
किसके द्वारा | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत विकास और कल्याण बोर्ड |
किसके लिए | विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के छात्र |
लाभ | कोचिंग फीस सहायता व अन्य लाभ |
आवेदन करने की अंतिम तिथि | 3 अगस्त, 2025 |
आवेदन कैसे करें? | ऑनलाइन आवेदन Buddy4study के माध्यम से |
शैक्षणिक सत्र | 2025-26 |
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – अंतिम तिथि
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर एसईईडी (SEED) स्कीम का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को अंतिम तिथि से पहले आवेदन करना होगा। इस स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 3 अगस्त, 2025 तक जारी रहेगी। इच्छुक विद्यार्थी अंतिम तिथि से पहले आवेदन कर स्कॉलरशिप का लाभ ले सकते हैं।
(नोट – ऊपर दी गई आवेदन की अंतिम तिथि अस्थाई है। इसे स्कॉलरशिप प्रदाता के निर्णय के आधार पर बदला भी जा सकता है।)
भारतीय छात्रों के लिए फिल्म और थिएटर अध्ययन छात्रवृत्ति
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – पात्रता
इस स्कॉलरशिप के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं।
- विमुक्त, घुमन्तु और अर्ध-घुमन्तु जनजातियों के छात्र आवेदन के पात्र हैं। (समुदायों की सूची पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
- आवेदक नीट(NEET), जेईई मेन (JEE Main), क्लैट (CLAT), एनडीए (NDA), टॉफल (TOEFL), सैट (SAT), सीए-सीपीटी (CA-CPT), आरआरबी (RRB), बैंकिंग, बीमा, राज्य पुलिस और सीपीएल (CPL)आदि जैसी किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग लेने के लिए इच्छुक होना चाहिए ।
- आवेदक 12वीं कक्षा में होना चाहिए या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
- आवेदकों को उस प्रतियोगी परीक्षा के लिए निर्धारित आवश्यक न्यूनतम अंक प्राप्त करने चाहिए जिसके लिए वह कोचिंग प्राप्त करना चाहता है।
- आवेदकों की वार्षिक पारिवारिक आय ₹8,00,000 या इससे कम होनी चाहिए।
- आवेदक केंद्र सरकार या राज्य सरकार की किसी अन्य योजना से समान लाभ (कोचिंग कक्षाओं के लिए छूट) न ले रहा हो।
नोट:
- यदि छात्र अभी तक परीक्षा में शामिल नहीं हुआ है या उसका परिणाम घोषित नहीं हुआ है, तो पिछली बोर्ड परीक्षा के अंकों पर विचार किया जाएगा।
- दो चरणों (प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा) वाली परीक्षाओं में, प्रारंभिक चरण में कम से कम एक बार उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- कोई भी छात्र इस योजना के तहत अधिकतम दो बार लाभ उठा सकता है, चाहे प्रतियोगी परीक्षा के लिए कितने भी प्रयास किए गए हों।
छात्र अपनी पसंद के किसी भी कोचिंग संस्थान में ऑनलाइन या ऑफलाइन दाखिला ले सकते हैं।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – लाभ
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर एसईईडी (SEED) स्कीम के लिए चयनित छात्रों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होंगे।
1. कोचिंग फीस सहायता
सं. क्र. | कोर्स | अधिकतम कुल कोर्स फीस | न्यूनतम कोर्स अवधि (माह) |
1 | आरआरबी और राज्य पुलिस | ₹40,000 | 6 महीने |
2 | बैंकिंग/ बीमा और क्लैट (CLAT) | ₹50,000 | 6 महीने |
3 | जेईई मेन और नीट (JEE Main/NEET) | ₹1,20,000 | 9 महीने (12 महीने से अधिक नहीं) |
4 | टॉफल(TOEFL)/सैट(SAT) | ₹35,000 | 3 महीने |
5 | सीए-सीपीटी (CA-CPT) | ₹75,000 | 9 महीने |
6 | सीपीएल (CPL) पाठ्यक्रम | ₹30,000 | 6 महीने |
7 | एनडीए | ₹50,000 | 3 महीने |
नोट – ऊपर दिए गए सभी पाठ्यक्रमों में हर हफ्ते कम से कम 16 घंटे का शारीरिक प्रशिक्षण ज़रूरी होगा।
2. स्टाइपेंड (1 वर्ष के लिए या कोर्स की अवधि पूरी होने तक, जो भी कम हो)
सं. क्र. | श्रेणी | राशि |
1 | कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले स्थानीय छात्र | ₹1,500 प्रति माह |
2 | कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले बाहरी छात्र | ₹4,000 प्रति माह |
3. विशेष अलाउंस: दिव्यांग छात्रों को रीडर अलाउंस, एस्कॉर्ट अलाउंस और हेल्पर अलाउंस जैसे खर्चों के लिए ₹2,000 प्रति माह देने का प्रावधान है। इस विशेष अलाउंस को प्राप्त करने के लिए छात्रों के पास 40% या उससे अधिक की दिव्यांगता को दर्शाने वाला वैध दिव्यांगता प्रमाण पत्र होना चाहिए। यह अलाउंस कोर्स की अवधि या एक वर्ष के लिए, जो भी कम हो, प्रदान किया जाएगा।
नोट:
शुल्क, वजीफा, विशेष भत्ते आदि की ये सीमाएँ, केंद्र सरकार के अन्य विभागों/मंत्रालयों द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं और दरों के अनुसार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सक्षम प्राधिकारियों द्वारा समय-समय पर समीक्षा के अधीन होंगी।
पहली किश्त प्राप्त होने के 3 महीने के भीतर ट्यूशन प्रदाता को शुल्क का भुगतान किया जाना अनिवार्य है अन्यथा, छात्रवृत्ति की दूसरी किस्त रोक दी जाएगी और पहली किश्त सरकार को वापस करनी होगी।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – दस्तावेज
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर एसईईडी (SEED) स्कीम हेतु आवेदक के पास निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य है।
- हाल ही में लिया गया पासपोर्ट आकार का फोटो (4.5 सेमी x 3.5 सेमी, 100 KB से कम)
- पहचान का प्रमाण (आधार कार्ड, राशन कार्ड, आदि)
- डीएनटी प्रमाणपत्र या जाति प्रमाण पत्र, जिसमें आवेदक की उपजाति का स्पष्ट उल्लेख हो।
- कक्षा 12वीं की अंकतालिका (कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के लिए)
- जारी वर्ष का प्रवेश प्रमाण (कक्षा 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए)
- पारिवारिक आय का प्रमाण (निम्न में से कोई एक):
- राजस्व अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र, (तहसीलदार के पद से नीचे नहीं)
- नौकरीपेशा माता-पिता/अभिभावकों को अपने नियोक्ता से प्राप्त आय प्रमाण पत्र प्राप्त
- नौकरीपेशा माता-पिता/अभिभावकों को आय के किसी भी अतिरिक्त स्रोत के लिए राजस्व अधिकारी से प्राप्त एकीकृत प्रमाण पत्र
- आवेदक का बैंक खाता विवरण, जो उनके आधार कार्ड से जुड़ा हो
- बैंक पासबुक की प्रति
- कोचिंग संस्थान से प्रवेश की पुष्टि/आश्वासन पत्र जिसमें शुल्क का उल्लेख हो
- एक घोषणा पत्र जिसमें कहा गया हो कि आवेदक किसी अन्य समान केंद्रीय/राज्य सरकार की योजना से छात्रवृत्ति का लाभ नहीं उठा रहा है
- संबंधित प्राधिकारी द्वारा जारी दिव्यांगता प्रमाण पत्र (40% या अधिक की दिव्यांगता को दर्शाता हुआ), यदि लागू हो
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – आवेदन प्रक्रिया
स्कॉलरशिप के लिए योग्य उम्मीदवार नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- सबसे पहले स्कॉलरशिप के ऑफिशियल स्कॉलरशिप पेज की इस लिंक को क्लिक करें।
- एक नया पेज खुलेगा जहाँ स्कॉलरशिप की सारी जानकारी होगी।
- सभी विवरणों को ध्यान से पढ़ें और स्कॉलरशिप के नीचे दिए गए ‘अप्लाई नाउ’ (Apply Now) बटन पर क्लिक करें।
- ‘ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म पेज’ पर जाने के लिए रजिस्टर्ड आईडी का उपयोग करके बड्डी4स्टडी में लॉगिन करें। यदि रजिस्टर्ड नहीं है, तो कृपया ईमेल/मोबाइल नंबर/गूगल आईडी का उपयोग कर रजिस्टर करें।
- अब आपको स्कॉलरशिप पृष्ठ पर पुनः निर्देशित किया जाएगा।
- आवेदन प्रक्रिया शुरू करने के लिए अप्लाई नाउ (Apply Now) बटन पर क्लिक करें व खुलने वाले पेज पर स्टार्ट एप्लीकेशन पर जाएं।
- अब स्कॉलरशिप हेतु अपनी योग्यता की जांच करें, योग्य होने पर आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
- स्कॉलरशिप एप्लीकेशन फॉर्म में सभी आवश्यक विवरण भरें।
- सभी सम्बंधित दस्तावेज अपलोड करें।
- ‘नियम और शर्तें’ स्वीकार करें और ‘प्रिव्यू’ बटन पर क्लिक करके देखें कि क्या भरे गए सभी विवरण सही ढंग से दिख रहे हैं या नहीं।
- यदि प्रिव्यू में सभी विवरण सही हैं, तो आवेदन को पूरा करने के लिए ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करें।
- इस प्रकार आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
लाडली योजना 2025 – छात्राओं की पढ़ाई व बेहतर भविष्य हेतु दिल्ली सरकार की पहल
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – संपर्क विवरण
स्कॉलरशिप से सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए नीचे दिए गए फोन नंबर व ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं।
फोन नंबर – 080-474-95118 (सोमवार से शुक्रवार – सुबह 10:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक
ईमेल – mosje@buddy4study.com
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर द सीड (विमुक्त जनजातियों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) 2025 – FAQs
प्रश्न – विमुक्त जनजातियाँ कौन हैं?
उत्तर – विमुक्त जनजातियाँ वे हैं जिन्हें ब्रिटिश शासन के दौरान लागू आपराधिक जनजाति अधिनियम (CTA) के तहत अधिसूचित किया गया था। इस अधिनियम को निरस्त कर दिया गया और 1950 में श्री अनंतशयनम अयंगर के नेतृत्व में गठित एक समिति की सिफारिशों के आधार पर 1952 में भारत सरकार द्वारा इन समुदायों को आधिकारिक रूप से विमुक्त घोषित कर दिया गया।
प्रश्न – एसईईडी (SEED) स्कीम के लिए चयन प्रक्रिया क्या निर्धारित है?
उत्तर – एसईईडी/सीड (SEED) योजना के तहत DNT छात्रों के लिए निःशुल्क कोचिंग के लिए चयन प्रक्रिया में नीचे दिए गए विवरण के अनुसार एक बहु-चरणीय प्रक्रिया शामिल है –
मेरिट सूची निर्माण: आवेदन पोर्टल बंद होने के बाद, आईटी प्रणाली प्रस्तुत उम्मीदवारों की जानकारी के आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं के दोनों स्तरों के लिए मेरिट सूची तैयार करेगी।
आवेदन समीक्षा: पात्रता के लिए आवेदनों की मेरिट क्रम में समीक्षा की जाएगी। अपूर्ण या अयोग्य आवेदनों को अस्वीकार कर दिया जाएगा।
स्क्रीनिंग समिति: अंतिम मेरिट सूचियों की समीक्षा एक स्क्रीनिंग समिति द्वारा की जाएगी, जो चयनित उम्मीदवारों की सिफारिश करेगी।
सत्यापन: चयनित उम्मीदवारों को उनके प्रमाणपत्र सत्यापन के बाद योजना का लाभ मिलेगा। योग्यता सूची मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
प्रश्न – छात्रवृत्ति राशि मुझे कैसे वितरित की जाएगी?
उत्तर – सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय वास्तविक व्यय के आधार पर छात्रवृत्ति राशि सीधे छात्र के बैंक खाते में स्थानांतरित करता है।
प्रश्न – मैं GATE परीक्षा की कोचिंग ले रहा हूँ, क्या मैं इस योजना के लिए पात्र हूँ?
उत्तर – नहीं, केवल वे छात्र जो 12वीं कक्षा के बाद नीट (NEET), जेईई मेन (JEE Main), क्लैट (CLAT), एनडीए (NDA), टॉफल (TOEFL), सैट (SAT), सीए-सीपीटी (CA-CPT) सहित अन्य पाठ्यक्रमों जैसे आरआरबी (RRB), बैंकिंग, बीमा, राज्य पुलिस और सीपीएल (CPL)आदि जैसी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग लेना चाहते हैं, वे छात्रवृत्ति के लिए पात्र हैं।
प्रश्न – मैंने 2022 में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है और मैं वर्तमान में जेईई प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ, क्या मैं इस छात्रवृत्ति के लिए पात्र हूँ?
उत्तर – हां, आप इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने के पात्र हैं, बशर्ते आप निर्दिष्ट पात्रता मानदंडों को पूरा करते हों।
प्रश्न – मैं वर्तमान में स्नातक की पढ़ाई कर रहा हूं और लिपिक पद के लिए बैंकिंग परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ, क्या मैं इस योजना के लिए आवेदन कर सकता हूँ?
उत्तर – हाँ, यदि आप किसी ऐसी बैंक परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जिसके लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा 12 उत्तीर्ण है, तो आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
विकलांगता प्रमाणपत्र – पारदर्शिता, दक्षता एवं लाभार्थ हेतु विशिष्ट पहचान
प्रश्न – एसईईडी/सीड (SEED) योजना के अंतर्गत कौन सी प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी को पात्र माना जाएगा?
उत्तर – वर्तमान में 12वीं कक्षा में पढ़ रहे या पास कर चुके छात्रों के लिए कोई भी प्रतियोगी परीक्षा इस योजना के अंतर्गत पात्र है। इसमें नीट (NEET), जेईई मेन (JEE Main), क्लैट (CLAT), एनडीए (NDA), टॉफल (TOEFL), सैट (SAT), सीए-सीपीटी (CA-CPT) सहित अन्य पाठ्यक्रमों जैसे आरआरबी (RRB), बैंकिंग, बीमा, राज्य पुलिस और सीपीएल (CPL) आदि जैसी परीक्षाएँ शामिल हैं।
प्रश्न – विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजाति प्रमाणपत्र क्या है?
उत्तर – डीएनटी, एनटी और एसएनटी प्रमाणपत्र एक आधिकारिक दस्तावेज है, जो किसी व्यक्ति के भारत में विमुक्त, घुमंतू या अर्ध-घुमंतू जनजातियों में से किसी एक से संबंधित होने की पुष्टि करता है। भारत में राज्य सरकारें इन समुदायों को एससी, एसटी या ओबीसी सूचियों के तहत एक समान वर्गीकरण करने की प्रक्रिया में हैं, जिसके बाद उनके प्रमाणपत्रों में उप-वर्गीकरण करके उन्हें डीएनटी, एनटी या एसएनटी के रूप में घोषित किया जाता है।
प्रश्न – डीएनटी, एनटी या एसएनटी सर्टिफिकेट क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर – यह प्रमाण पत्र इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज है।
प्रश्न – डीएनटी, एनटी या एसएनटी सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने हेतु कौन पात्र है?
उत्तर – भारत में मान्यता प्राप्त ‘विमुक्त, घुमंतू या अर्ध-घुमंतू जनजातियों’ से संबंधित व्यक्ति इस प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
प्रश्न – मैं डीएनटी, एनटी या एसएनटी प्रमाणपत्र कैसे प्राप्त कर सकता हूँ?
उत्तर – DNTs/NTs/SNTs प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपने राज्य सरकार के पोर्टल या राज्य सरकारों के अन्य सक्षम प्राधिकारियों के माध्यम से आवेदन करें। आप विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) पोर्टल के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जो प्रक्रिया को सरल बनाता है। यह प्रमाणपत्र शैक्षिक अवसरों, वित्तीय सहायता और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों जैसे लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
प्रश्न – डीएनटी, एनटी या एसएनटी प्रमाणपत्र ऑनलाइन प्राप्त करने की चरणबद्ध प्रक्रिया क्या है?
उत्तर – डीएनटी, एनटी या एसएनटी प्रमाणपत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हैं।
पात्रता सत्यापन:
सुनिश्चित करें कि आपका समुदाय राज्य सरकार द्वारा DNTs/NTs/SNTs के रूप में मान्यता प्राप्त है। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं, तो “DNTs/NTs/SNTs समुदाय को मान्यता प्राप्त है, इसकी पुष्टि कैसे करें” अनुभाग देखें।
आवश्यक दस्तावेज़ एकत्र करना:
पहचान का प्रमाण (जैसे, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र)
पते का प्रमाण (जैसे, राशन कार्ड, उपयोगिता बिल)
जाति/जनजाति प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
निवास का प्रमाण
आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
शैक्षणिक दस्तावेज़ (छात्रों के लिए)
अपने समुदाय से संबद्धता बताते हुए हलफनामा
आवेदन प्रक्रिया:
ऑनलाइन आवेदन (यदि उपलब्ध हो):
आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ: विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) की वेबसाइट पर जाएँ।
रजिस्टर करें या लॉग इन करें: अकाउंट बनाएँ या पहले से उपलब्ध होने पर लॉग इन करें।
आवेदन पत्र भरें: व्यक्तिगत और दस्तावेज़ विवरण प्रदान करें।
दस्तावेज अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेज़ और सहमति प्रपत्र स्कैन करके अपलोड करें।
आवेदन जमा करें: समीक्षा करें और ऑनलाइन जमा करें। ट्रैकिंग के लिए अपना आवेदन नंबर नोट करें।
आवेदन ट्रैक करें: स्थिति की जाँच करने के लिए अपना आवेदन नंबर इस्तेमाल करें।
ऑफ़लाइन आवेदन:
सक्षम प्राधिकारी कार्यालय जाएँ: जाति/जनजाति प्रमाण-पत्रों से से सम्बंधित कार्य के लिए जिम्मेदार निकटतम तहसील/तालुका कार्यालय या सरकारी कार्यालय (बीडीओ, डीएम, एडीएम, ग्राम पंचायत, आदि) में जाएँ।
आवेदन पत्र प्राप्त करें: डीएनटी/एनटी/एसएनटी प्रमाण-पत्रों के लिए फॉर्म प्राप्त करें।
फ़ॉर्म भरें: आवश्यक जानकारी के साथ पूरा करें।
दस्तावेज संलग्न करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की फोटोकॉपी शामिल करें।
आवेदन जमा करें: फॉर्म और दस्तावेज़ नामित अधिकारी को जमा करें।
पावती प्राप्त करें: ट्रैकिंग के लिए आवेदन संख्या के साथ पावती रसीद प्राप्त करें।
सत्यापन प्रक्रिया:
अधिकारी प्रदान किए गए दस्तावेज़ों और जानकारी का सत्यापन करें।
भौतिक सत्यापन के लिए कोई सरकारी अधिकारी आपके निवास पर आ सकता है।
इस प्रक्रिया में प्रसंस्करण समय के आधार पर कई सप्ताह लग सकते हैं।
प्रमाण पत्र जारी करना:
सफल सत्यापन के बाद, प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन के मामले में, प्रमाण पत्र पोर्टल से डाउनलोड के लिए उपलब्ध हो सकता है।
ऑफ़लाइन आवेदन के मामले में, इसे कार्यालय से एकत्र करने या आपके डाक पते पर भेजने की आवश्यकता हो सकती है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज़ सटीक और अद्यतित हैं।
भविष्य में उपयोग के लिए प्रमाण पत्र की कई प्रतियाँ रखें।
किसी भी विशिष्ट राज्य-स्तरीय दिशा-निर्देश या आवश्यकताओं की जाँच करें जो लागू हो सकती हैं।
इन चरणों का पालन करके, विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के सदस्य अपने सामुदायिक प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं, जो विभिन्न सरकारी सेवाओं और लाभों तक पहुँचने के लिए आवश्यक हैं।
सिटी एनसीपीए स्कॉलरशिप फॉर यंग म्यूजीशियन्स 2024-26 – संगीत के क्षेत्र में प्रशिक्षण हेतु अवसर
प्रश्न – मैं कैसे पुष्टि कर सकता हूँ कि मेरा समुदाय राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित घुमंतू और अर्ध-घुमंतू के रूप में मान्यता प्राप्त है?
उत्तर – अपने समुदाय की मान्यता की पुष्टि करने के लिए:
आधिकारिक वेबसाइट: अपने राज्य के समाज कल्याण, जनजातीय मामले या पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
स्थानीय कार्यालय: अपने स्थानीय तहसील, जिला कलेक्ट्रेट या राजस्व विभाग के कार्यालय में जाएँ।
DWBDNC: विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) की वेबसाइट देखें या उनसे सीधे संपर्क करें।
आधिकारिक राजपत्र: अपडेट के लिए राज्य सरकार के राजपत्र अधिसूचनाओं की समीक्षा करें।
समाज कल्याण कार्यालय: अपने जिले में समाज कल्याण या जनजातीय मामले कार्यालय से परामर्श करें।
ऑनलाइन पोर्टल: अपने समुदाय की स्थिति की खोज करने के लिए राज्य-विशिष्ट ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करें।
समुदाय के नेता: समुदाय के नेताओं, स्थानीय पंचायतों या जनजातीय संगठनों से जानकारी लें।
आरटीआई आवेदन: यदि अन्य तरीके विफल हो जाते हैं तो सूचना का अधिकार (आरटीआई) आवेदन दायर करें।
अतिरिक्त सुझाव:
सत्यापन के लिए पिछले प्रमाणपत्र या दस्तावेज़ रखें।
सटीकता सुनिश्चित करने के लिए कई स्रोतों से जानकारी की दोबारा जाँच करें।
प्रश्न – मैं कैसे पुष्टि कर सकता हूं कि मेरे समुदाय NCDNT द्वारा सूचीबद्ध हैं?
उत्तर – विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के अंतर्गत वर्गीकृत जनजातियों की राज्यवार सूची के लिए यहां क्लिक करें।
प्रश्न – एनटी, डीएनटी, एसएनटी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने हेतु आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
उत्तर – आवश्यक दस्तावेजों में आमतौर पर पहचान का प्रमाण, निवास का प्रमाण, जन्म प्रमाण पत्र, तथा जनजाति से संबंधित होने का शपथ पत्र या घोषणा शामिल है।
प्रश्न – मैं अपनी जनजाति संबद्धता कैसे साबित करूँ?
उत्तर – आपको दस्तावेजी साक्ष्य देने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे परिवार के सदस्यों को जारी किए गए पुराने प्रमाण पत्र या स्थानीय पंचायत या जनजातीय प्राधिकरण से आपके जनजातीय संबद्धता की पुष्टि करने वाला पत्र।
प्रश्न – एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट प्राप्त करने में कितना समय लगता है?
उत्तर – आवेदन प्रक्रिया का समय दस्तावेज़ आवश्यकताओं की पूर्ति और आपके आवेदन की पूर्णता के आधार पर एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न हो सकता है।
प्रश्न – क्या मैं एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता हूं
उत्तर – हां, कई राज्यों में, आवेदन संबंधित राज्य सरकार के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। हालाँकि, भारत सरकार के पास विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) पोर्टल है, जिसके माध्यम से किसी भी राज्य के आवेदक DNT, NT और SNT प्रमाणपत्रों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न – क्या होगा यदि एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट के लिए मेरा आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है?
उत्तर – यदि आपका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है, तो आप अपने जिले के उच्च अधिकारियों के समक्ष अपील कर सकते हैं या विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास एवं कल्याण बोर्ड (डीडब्ल्यूबीडीएनसी) पोर्टल के माध्यम से आवश्यक सुधार या अतिरिक्त दस्तावेजों के साथ पुनः आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न – क्या नाबालिग, एनटी, डीएनटी, एसएनटी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं?
उत्तर – हां, नाबालिग अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावकों के माध्यम से प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रश्न – क्या मुझे एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट को नवीनीकृत करने की आवश्यकता है?
उत्तर – डीएनटी/एनटी/एसएनटी प्रमाणपत्र आम तौर पर आजीवन वैध होता है और राज्य सरकार द्वारा निर्दिष्ट किए जाने तक नवीनीकरण की आवश्यकता नहीं होती है।
प्रश्न – क्या मैं एक राज्य के एनटी, डीएनटी, एसएनटी प्रमाणपत्र का उपयोग दूसरे राज्य में कर सकता हूँ?
उत्तर – आम तौर पर, प्रमाणपत्र पूरे भारत में मान्य होता है, लेकिन यह सलाह दी जाती है कि आप जिस विशिष्ट राज्य प्राधिकरण में इसका उपयोग करना चाहते हैं, वहाँ इसकी जाँच कर लें।
प्रश्न – जाति प्रमाण पत्र और एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेशन में क्या अंतर है?
उत्तर – जाति प्रमाणपत्र व्यापक होता है और इसमें विभिन्न मान्यता प्राप्त जातियाँ शामिल होती हैं, जबकि डीएनटी/एनटी/एसएनटी प्रमाणपत्र विशेष रूप से विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के व्यक्तियों को मान्यता देता है।
प्रश्न – क्या एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने की कोई आयु सीमा है?
उत्तर – नहीं, कोई आयु सीमा नहीं है, निर्दिष्ट जनजातियों से संबंधित कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकता है।
प्रश्न – मैं अपने एनटी, डीएनटी, एसएनटी सर्टिफिकेट आवेदन की स्थिति कैसे जांच सकता हूँ?
उत्तर – स्थिति की जाँच सरकार के पोर्टल (विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड (DWBDNC) पोर्टल) के माध्यम से ऑनलाइन की जा सकती है या उस सक्षम प्राधिकारी के कार्यालय में जाकर जहाँ आपने आवेदन किया है।
प्रश्न – मुझे अपने एनटी, डीएनटी, एसएनटी प्रमाणपत्र आवेदन में सहायता के लिए किससे संपर्क करना चाहिए?
उत्तर – सहायता के लिए आप स्थानीय तहसील कार्यालय, जिला समाज कल्याण कार्यालय, या विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजातियों के लिए विकास एवं कल्याण बोर्ड (डीडब्ल्यूबीडीएनसी) पोर्टल द्वारा उपलब्ध कराए गए नामित हेल्प डेस्क से संपर्क कर सकते हैं।
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