यूजीसी (UGC) – एक संक्षिप्त परिचय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) विश्वविद्यालय शिक्षा के मापदंडों के समन्वय, निर्धारण और अनुरक्षण (मेंटेनेंस) हेतु वर्ष 1956 में संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया एक स्वायत्त (ऑटोनोमस) संगठन है। पात्र विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को अनुदान प्रदान करने के अतिरिक्त विश्वविद्यालय अनुदान आयोग केन्द्र और राज्य सरकारों को उच्चतर शिक्षा के विकास हेतु आवश्यक उपायों पर सुझाव देता है। यह बंगलौर, भोपाल, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता और पुणे में स्थित अपने 6 क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ-साथ नई दिल्ली स्थित मुख्य कार्यालय से कार्य संचालन करता है। वर्तमान समयावधि में, यूजीसी उच्च शिक्षा का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन चुका है।
यूजीसी के कार्यक्षेत्र में निम्नलिखित प्रावधान शामिल हैं:
- विश्वविद्यालय शिक्षा का प्रोत्साहन एवं समन्वय करना।
- विश्वविद्यालयों में शिक्षण, परीक्षा और शोध के मानकों को निर्धारित करना तथा उसकी गुणवत्ता बनाए रखना।
- शिक्षा के न्यूनतम मानकों पर नियम का निर्धारण करना।
- कॉलेजिएट और विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी (मॉनिटरिंग) करना।
- विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को अनुदान प्रदान करना।
- केंद्रीय तथा राज्य सरकारों एवं उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करना।
- केंद्रीय और राज्य सरकारों को विश्वविद्यालय शिक्षा में सुधार हेतु आवश्यक उपायों पर सलाह देना।
यूजीसी नेट/एनटीए-यूजीसी-नेट
नेशनल टेस्ट एजेंसी (एनटीए) अर्थात राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा यूजीसी-नेट की परीक्षा आयोजित करने का कार्य सौंपा गया है। यह परिक्षण भारतीय विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों में ‘सहायक प्रोफेसर’ के साथ-साथ ‘जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF)’ प्रोग्राम हेतु भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करता है।
यूजीसी-नेट (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन-नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा दिसंबर 2018 से कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में किया जा रहा है।
जूनियर रिसर्च फेलोशिप (Junior Research Fellowship) प्रोग्राम युवा रिसर्च स्कॉलर को सहयोग एवं अवसर प्रदान करता है। इस फेलोशिप को पाने वाले विद्यार्थी अपने चयनित क्षेत्र (फील्ड) में रिसर्च करते हैं। इसके जरिए चयनित उम्मीदवारों को शोध करने और पीएचडी डिग्री पर काम करने के लिए UGC (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) द्वारा निर्धारित फेलोशिप राशि तय कर आर्थिक मदद मुहैया कराई जाती है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के उपरान्त विद्यार्थी इस योग्य हो जाते है, कि वह किसी भी महाविद्यालय में पढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रस्तुत तालिका के माध्यम से निम्नलिखित जानकारी प्रदान की जा रही है:
विषय | विषय-वस्तु |
UGC NET एवं NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा | संक्षिप्त विवरण |
अंतर | |
परीक्षा विवरण | |
पात्रता मानदंड | |
युजीसी नेट परीक्षा हेतु आयु सीमा | |
फेलोशिप/स्कॉलरशिप सहायता राशि | |
श्रेणी अनुसार न्यूनतम अंक (Minimum Marks) | |
परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण लिंक | |
UGC NET/NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) |
UGC NET/ NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) – एक संक्षिप्त परिचय
परीक्षा सम्बंधित विषय-वस्तु | UGC नेट/जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) |
प्रबंधन | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा |
अनिवार्य योग्यता | स्नातकोत्तर (पोस्टग्रैजुएशन) पाठ्यक्रम में 55% अंक प्राप्त करने वाले छात्र परीक्षा देने के पात्र हैं |
सम्बंधित श्रेणिओं को छूट | एससी (SC)/एसटी (ST), पीडब्ल्यूडी (PwD)/ओबीसी-एनसीएल (OBC NCL)/ट्रांसजेंडर श्रेणी से संबंधित उम्मीदवारों के पास 50% अंकों के साथ स्नातकोत्तर (मास्टर्स डिग्री) होनी चाहिए
Note:- जिन छात्रों के पास पीएचडी की डिग्री है और उन्होंने मास्टर्स की परीक्षा पूरी कर ली है, उन्हें प्राप्त अंकों में 5% की छूट दी जाएगी |
आवेदन का तरीका | आधिकारिक वेबसाइट – ugcnet.nta.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन |
आवेदन का समय | यूजीसी (UGC) NET/NET (JRF) की परीक्षा 1 साल में दो बार जून तथा दिसंबर माह में आयोजित की जाती है
20 अप्रैल 2024 -10 मई 2024 तक |
वेबसाइट | https://ugcnet.nta.ac.in/ |
लाभ | पीएचडी (PhD) कार्यक्रम करते हुए फेलोशिप (Fellowship) सहायता राशि का लाभ जारी रहेगा तथा महाविद्यालय में पढ़ाने का अवसर |
परीक्षा की तारीख | 18 जून 2024 |
परीक्षा का तरीका | पेन और पेपर मोड (Pen or Paper)
( Offline Mode) |
वास्तविक प्रमाणपत्र (बोनाफाइड सर्टिफिकेट) – उपयोग, प्रकार एवं बनाने की प्रक्रिया!
UGC NET एवं UGC NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) में अंतर
UGC NET और NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) में अंतर निम्नलिखित रूप से समझा जा सकता है:
- UGC NET का फुल फॉर्म यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट है। यह भारत में आयोजित होने वाली एक प्रमुख परीक्षा है। यह देश भर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर बनने या जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) हासिल करने के लिए योग्यता परीक्षा है।
- जेआरएफ का मतलब जूनियर रिसर्च फेलोशिप होता है। ये फेलोशिप युवा शोधकर्ताओं को यूजीसी द्वारा दी जाने वाली फेलोशिप कार्यक्रम है। इस फेलोशिप को पाने वाले कैंडिडेट्स अपने चुने हुए फील्ड में रिसर्च करते हैं।
- UGC NET और UGC NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) दोनों के लिए एक ही परीक्षा का आयोजन होता है।
- इन दोनों में मूल अंतर पेपर पास करने के लिए पाए गए अंकों के प्रतिशत का है। NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए UGC NET की तुलना में ज्यादा अंकों की जरूरत होती है।
- जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के जरिए चयनित उम्मीदवारों को शोध करने और पीएचडी डिग्री पर काम करने के लिए आर्थिक (फाइनेंशियल) मदद दी जाती है। यहां यूजीसी नेट जेआरएफ फेलोशिप प्रति माह कितने हजार दिया जाएगा, इसकी राशि कोर्स और फील्ड पर निर्भर करती है।
- सामान्य वर्ग (UR) के उम्मीदवारों को यूजीसी नेट परीक्षा 2023 में न्यूनतम 40% अंक प्राप्त करने होंगे जबकि अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों को केवल 35% अंक की आवश्यकता होगी।
- UGC NET परीक्षा की प्रमाणपत्र (रेटिंग) जीवन भर के लिए वैध है।
- NET/JRF फर्स्ट पेपर को केवल क्वालीफाई (Qualify) करना होता है। क्वालीफाई करने के लिए सामान्य वर्ग (UR) के उम्मीदवारों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक (मार्क्स) प्राप्त करने होते हैं।
- JRF का रिजल्ट 2 वर्ष तक मान्य रहता है। JRF परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर शोधार्थी उम्मीदवार पीएचडी (PhD) कार्यक्रम में प्रवेश लेने के बाद फेलोशिप (Fellowship) कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं।
- फ़ेलोशिप की सुविधा विद्यार्थी की JRF Cut Off अंक (मार्क्स) पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर समझ सकते हैं। यदि पेपर में 40% पाने वाले को UGC NET के लिए क्वालीफाई माना जाता है तो NET JRF के लिए UGC NET पास करने वाले टॉप 6% (ये फीसद कम अथवा ज्यादा भी हो सकता है) छात्रों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) के लिए चुना जाता है।
Note:- नेट/JRF परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद फ़ेलोशिप (JRF) को प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी का पीएचडी पाठ्यक्रम में नामांकित (Admission) होना अनिवार्य है।
UGC NET/NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा का विवरण
UGC NET/NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा के जरिए उम्मीदवारों के ज्ञान, तर्क क्षमता और उनके संबंधित क्षेत्रों में योग्यता का आकलन किया जाता है। परीक्षा सम्बंधित विवरण इस प्रकार से निम्नलिखित है।
- यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा में दो पेपर होते हैं।
- UGC NET/NET JRF का पेपर अलग -अलग नहीं बल्कि एक ही होता है, लेकिन Fellowship का मिलना पेपर के मार्क्स (Marks ) पर निर्भर करता है।
- UGC NET/NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप परीक्षा की अवधि 3 घंटे की होती है।
- दोनों पेपर पेन और पेपर मोड(PEN OR PAPER) ऑफलाइन (Offline Mode)मोड में होगा (2024)
- पेपर 1 सभी के लिए सामान्य होता (Common Paper) है, जिसमे 50 प्रश्न 100 मार्क्स के होते है।
- पेपर 2 विषय-विशिष्ट (Main Subject) आधारित होता है।
- उम्मीदवार के पोस्ट ग्रेजुएशन विषय पर आधारित 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, जो 200 मार्क्स का होता है। प्रत्येक प्रश्न 2 मार्क्स का होता है।
- पेपर में नेगेटिव मार्किंग (Negative Marking) नहीं होती है।
नेट परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड
- अनारक्षित/ओपन श्रेणी के उम्मीदवारों को मास्टर्स जैसे एमए (MA), एमएससी (M.Sc.), एमटेक (M.Tech.), एमबीए (MBA) आदि या फिर इसके समकक्ष (Equivalent) डिग्री में कम से कम 55 प्रतिशत अंक प्राप्त हों।
- ओबीसी/एससी/एसटी/दिव्यांगजन/ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों को भी अपने मास्टर्स या इसके समकक्ष (Equivalent) डिग्री में 50 प्रतिशत अंक प्राप्त होने चाहिए ।
शिक्षा पोर्टल – शिक्षा संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एवं योजनाओं हेतु एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म
युजीसी नेट परीक्षा हेतु आयु सीमा
यूजीसी नेट पात्रता मानदंड 2024
परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले सभी छात्रों को पात्रता मानदंड के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट की जाँच करनी चाहिए। परीक्षा की तारीखों के साथ-साथ, शिक्षा निकाय भी पात्रता मानदंड जारी करता है, जो निम्नलिखित कारकों पर आधारित होते हैं:
- आयु सीमा और छूट
- शिक्षा योग्यता
यूजीसी नेट आयु सीमा और छूट
यूजीसी नेट के लिए सबसे महत्वपूर्ण पात्रता कारकों में से एक आयु सीमा है। छात्रों को परीक्षा हेतु पात्र होने के लिए आवश्यक आयु सीमा को पूरा करना अनिवार्य है।
यूजीसी नेट जेआरएफ आयु सीमा 2024
- जो उम्मीदवार यूजीसी नेट जेआरएफ के लिए आवेदन करने में रुचि रखते हैं, उन्हें ध्यान देना चाहिए कि उनकी आयु उस महीने के पहले दिन 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए जिसमें यूजीसी नेट 2023 परीक्षा समाप्त हुई हो।
- छात्रों को यह जानना चाहिए कि यह आयु सीमा केवल 2022 में आयोजित की गई परीक्षा के लिए है। यूजीसी नेट जेआरएफ 2024 के लिए आयु सीमा में कोई परिवर्तन होता है, तो उसे आधिकारिक अधिसूचना में उल्लेख किया जाएगा।
यूजीसी नेट (सहायक प्रोफेसर) आयु सीमा 2024
यूजीसी नेट सहायक प्रोफेसर परीक्षा में उपस्थित होने के इच्छुक उम्मीदवारों को यह जानना चाहिए कि पद के लिए आवेदन हेतु कोई आयु सीमा नहीं है।
यूजीसी नेट (जेआरएफ) आयु सीमा छूट 2024
भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, एनटीए छात्रों को विशेष आयु छूट प्रदान करता है, जो कुछ वर्गों के लिए उपयुक्त है। जो छात्र एससी, एसटी, ओबीसी, पीडब्ल्यूडी, महिलाएं, और अन्य वर्ग के छात्र हैं और यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा के इच्छुक हैं, उन्हें अपने संबंधित आयु मानदंड को जानना चाहिए। अधिक जानकारी नीचे दी गयी तालिका में दर्ज है।
श्रेणी | आयु छूट (वर्ष) |
एससी/एसटी | 5 वर्ष |
ओबीसी/पीडब्ल्यूडी | 5 वर्ष |
ट्रांसजेंडर | 5 वर्ष |
सभी श्रेणियों की महिलाएं | 5 वर्ष |
अनुसंधान/शोध अनुभव रखने वाले उम्मीदवार | अनुसंधान कार्यों पर बिताए गए समय सीमा पर आधारित (अधिकतम 5 वर्ष) |
एलएलएम (मास्टर ऑफ़ लॉ) डिग्री धारक उम्मीदवार | 3 वर्ष |
सशस्त्र बलों में उम्मीदवार (सशस्त्र बलों में सेवा की अवधि के अनुसार) | 5 वर्ष |
UGC NET पात्रता 2024 – छूट
केवल सहायक प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को छूट दी जाती है। निम्नलिखित छूट इस प्रकार है।
- विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, और संस्थानों में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती और नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता आवश्यकता एनईटी/एसएलईटी (State Level Eligibility Test)/एसईटी (SET) रहेगी। हालांकि, वे आवेदक जो वर्तमान में या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (शैक्षिक और डिग्री प्राप्ति के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया) विनियमन, 2009 (Minimum Standards and Procedure for Award of PhD Degree) Regulations, 2009 के अनुसार एक डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें सहायक प्रोफेसर अथवा समकक्ष पदों के लिए भर्ती और नियुक्ति हेतु न्यूनतम पात्रता शर्त की आवश्यकता से छूट दी जाएगी।
- इसके अलावा, 1989 से पहले UGC/CSIR JRF परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवारों को एनईटी देने की छूट दी जाती है।
- उम्मीदवार जिन्होंने राज्य पात्रता परीक्षा (SET) पास की है, जो 2002 जून के प्रथम दिन के पहले आयोजित की गई थी और जिसे UGC ने सहायक प्रोफेसर पात्रता के लिए एक आवश्यकता के रूप में मान्यता दी थी, उन्हें NET (एनईटी) परीक्षा देने की जरुरत नहीं है, और वे सहायक प्रोफेसर पद के लिए भारत के सभी विश्वविद्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
- उन राज्यों और कॉलेजों के लिए आवेदन स्वीकार किए जाते हैं, जहां उम्मीदवारों ने एसईटी (SET) परीक्षा पास की है और जिनकी एसईटी (SET) परीक्षा 1 जून 2002 को आयोजित की गई थी।
जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ)/ सीनियर रेसचर फेलोशिप (एसआरएफ) सहायता राशि
पद | अवधि | अपेक्षित सहायता राशि |
जूनियर रिसर्च फेलोशिप | 2 वर्ष | 37000 (प्रतिमाह ) |
सीनियर रिसर्च फेलोशिप | 3 वर्ष | 42000 (प्रतिमाह) |
श्रेणी अनुसार न्यूनतम अंक (Minimum Marks)
वर्ग/श्रेणी | न्यूनतम अंक (%) |
सामान्य (UR)/ इडब्लूएस | 40% |
एससी/एसटी/ओबीसी/पीडब्ल्यूडी | 35% |
यूजीसी नेट पात्रता मानदंड 2024: आरक्षण नीति
यूजीसी नेट परीक्षा के लिए लागू आरक्षण नीति को भारत सरकार द्वारा जारी नियम के अनुसार परिभाषित किया गया है। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों में सीटें आरक्षित की जाती हैं जो विश्वविद्यालय माने ( डीम्ड-तो-बे यूनिवर्सिटी) जाते हैं। सीटों का आरक्षण इस प्रकार है:
वर्ग/श्रेणी | सीटों का आरक्षण (%) |
अनुसूचित जाति (SC) | 15% |
अनुसूचित जनजाति (ST) | 7.5% |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)/नॉन क्रीमी लेयर (NCL) | 27% |
सामान्य-आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (General- EWS) | 10% |
दिव्यांग (Person with disability) | 4% |
युजीसी द्वारा नेट परीक्षा के बाद पीएचडी प्रवेश में किये महत्वपूर्ण बदलाव
युजीसी द्वारा 13 मार्च 2024 को यह निर्णय लिया की नेट उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को पीएचडी में प्रवेश के लिए अनेक महाविद्यालयों द्वारा आयोजित पीएचडी प्रवेश परीक्षा अब नहीं देनी होगी। नेट परीक्षा के नंबरों के आधार पर विद्यार्थी पीएचडी में प्रवेश ले सकेंगे। नेट उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को पीएचडी में प्रवेश इन 3 आधार पर मिल सकता है।
पीएचडी कार्यक्रम में दाखिले के लिए अब उम्मीदवारों को अलग-अलग विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होगी। शैक्षणिक सत्र 2024-25 से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के स्कोर के आधार पर पीएचडी में भी दाखिला मिलेगा।नतीजों के प्रमाणपत्र में उम्मीदवार की श्रेणी दी जाएगी।
नेट क्वालिफाइड जून, 2024 से अब तीन श्रेणियों के लिए योग्य होंगे। यूजीसी काउंसिल की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के तहत पीएचडी दाखिले के लिए नए नियमों को मंजूरी दी गई है।
ब्यूरो नए नियमों के तहत नेट पसेंटाइल के आधार पर श्रेणियों में लाभ मिलेगा। |
श्रेणी-1 :- जिन उम्मीदवारों का नेट पसेंटाइल अधिक होगा। ये जेआरएफ, सहायक प्रोफेसर के साथ पीएचडी दाखिले व फेलोशिप के तीन श्रेणियों में लाभ उठा सकेंगे । इन्हें पीएचडी में दाखिले के लिए इंटरव्यू देना होगा, यूजीसी रेगुलेशन-2022 के आधार पर होगा।
श्रेणी-2:- यह छात्र पसेंटाइल वाले सहायक प्रोफेसर और पीएचडी दाखिले के लिए योग्य माने जाएंगे। श्रेणी-3 :- इनके बाद सफल, लेकिन सबसे कम पर्सटाइल वाले उम्मीदवार में होंगे। ये सिर्फ पीएचडी दाखिले के लिए योग्य माने जाएंगे। वेटेज 70:30 = 70 फीसदी वेटेज नेट पसेंटाइल + 30 फीसदी वेटेज इंटरव्यू |
नोट :- पीएचडी दाखिले के लिए श्रेणी-2 व श्रेणी-3 के अभ्यर्थियों के नेट पसेंटाइल को 70 फीसदी वेटेज में बदला जाएगा। वहीं, इंटरव्यू का 30 फीसदी वेटेज होगा। इन दोनों श्रेणी में नेट स्कोर सिर्फ एक साल के लिए मान्य होगा। यदि इस अवधि में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला नहीं ले पाते, तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। अभ्यर्थी को फिर से नेट पास करना होगा।
यूजीसी द्वारा यह निर्णय लिया है – 4-वर्षीय स्नातक डिग्री में 75% अंक वाले छात्र सीधे पीएचडी कर सकते हैंयूजीसी द्वारा यह निर्णय लिया है – 4-वर्षीय स्नातक डिग्री में 75% अंक वाले छात्र सीधे पीएचडी कर सकते हैं
नोट :-यूजीसी चेयरमैन मामिडला जगदीश कुमार द्वारा यह निर्णय लिया है – 4-वर्षीय स्नातक डिग्री में 75% अंक वाले छात्र सीधे पीएचडी कर सकते हैं
भारत सरकार की व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए नेशनल काउंसिल (एनसीवीईटी) – एक नया दृष्टिकोण
UGC NET/NET जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) – FAQs
प्रश्न 1 – क्या NET/JRF की दो अलग-अलग परीक्षा होती है?
उत्तर – नहीं, नेट/जर्फ़ कार्यक्रम हेतु केवल एक ही परीक्षा का आयोजन होता है। लेकिन यह परीक्षा में आने वाले अंक पर निर्भर करता है कि नेट qualify हुआ है अथवा जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप (JRF )।
प्रश्न 2 – NET/JRF परीक्षा हेतु कौन आवेदन कर सकता है ?
उत्तर – वह विद्यार्थी जिसने मास्टर्स कि पढ़ाई पूरी कर ली हो और मास्टर्स (Masters) में 55% अंक प्राप्त किये हों। नेट/JRF की परीक्षा मास्टर्स के (First Year) प्रथम वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थी भी दे सकते हैं।
प्रश्न 3 – नेट/JRF की परीक्षा कब होती है ?
उत्तर – नेट/JRF की परीक्षा साल में 2 बार जून और दिसंबर माह में होती है।
प्रश्न4- क्या नेट/JRF की परीक्षा किसी विशेष प्रदेश के छात्रों के लिए है ?
उत्तर – नहीं, इस परीक्षा को सभी प्रदेश के छात्र दे सकते हैं।
प्रश्न5 – फ़ेलोशिप (Fellowship) कार्यक्रम कब से शुरू होती है?
उत्तर – फ़ेलोशिप (Fellowship) कार्यक्रम पीएचडी में एडमिशन लेने के बाद ही शुरू की जा सकती है।
प्रश्न6 – यूजीसी नेट की परीक्षा कितनी बार दी जा सकती है?
उत्तर – इच्छुक उम्मीदवार यूजीसी नेट परीक्षा कई बार दे सकते हैं, इस प्रतिस्पर्धा की कोई सीमा नहीं है।
प्रश्न7 – यूजीसी नेट के लिए न्यूनतम योग्यता अंक क्या हैं?
उत्तर – 2022 के लिए यूजीसी नेट की कट-ऑफ के अनुसार, सामान्य श्रेणी के लिए न्यूनतम योग्यता अंक 40% है, जबकि आरक्षित श्रेणी के लिए 35% अंक है।
प्रश्न8 – यूजीसी नेट मेरिट सूची क्या है?
उत्तर – यूजीसी नेट मेरिट सूची में उन सभी उम्मीदवारों के नाम होते हैं जिन्होंने न्यूनतम कट-ऑफ अंक प्राप्त किया हो ।
प्रश्न9 – यूजीसी नेट परीक्षा कौन आयोजित करता है?
उत्तर – यूजीसी नेट परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है और उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए उपयुक्त मानदंड की जांच करने की सलाह दी जाती है।
प्रश्न10 – उम्मीदवार कहां योग्यता मानदंड की जांच कर सकते हैं?
उत्तर – उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर योग्यता मानदंड की जांच कर सकते हैं। परीक्षा के लिए आवेदन करने से पहले, उम्मीदवारों को यूजीसी नेट योग्यता मानदंड से अवगत होना चाहिएI