नेट जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए नेशनल योग्यता परीक्षा) यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) द्वारा शुरू की गई सबसे प्रसिद्ध योजनाओं में से एक है। पहले सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाने वाली नेट जेआरएफ अब एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा यूजीसी की ओर से साल में दो बार अर्थात् जून और दिसंबर या जनवरी के महीनों में आयोजित की जाती है। यह परीक्षा जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पुरस्कार के लिए उम्मीदवारों की योग्यता निर्धारित करती है। यह स्नातकोत्तर छात्रों को भाषा और विज्ञान सहित मानविकी और सामाजिक विज्ञान में एम.फिल या पीएचडी डिग्री के लिए एडवांस स्टडीज और रिसर्च कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
यहाँ इस लेख में, हमने नेट जेआरएफ के क्षेत्र को कवर किया है। यहाँ एम.फिल या पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यता शर्तें, जेआरएफ के तहत छात्रों को दिए जाने वाले पुरस्कार, फेलोशिप के कार्यकाल, एप्लीकेशन प्रक्रिया और भी बहुत कुछ का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया गया है। यूजीसी नेट जेआरएफ के अवलोकन को जानने के लिए नीचे देखें।
यूजीसी–नेट जून 2023 अपडेट : यूजीसी नेट परीक्षा 2023 के लिए एप्लीकेशन 21 फरवरी 2023 से प्रारम्भ हो गया है। तथा अप्लाई करने की अंतिम तिथि 10 मार्च 2023 है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नेट जेआरएफ अवलोकन
क्र.सं. | विवरण | ब्योरा |
1 | जेआरएफ का कार्यकाल | 2 साल |
2 | आर्थिक सहायता | रिसर्च छात्रों को आकस्मिक अनुदान, एचआरए और एस्कॉर्ट / रीडर सहायता के साथ रूपया 28,000 तक की मासिक फैलोशिप राशि दी जाती है। |
3 | योग्यता |
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4 | एप्लीकेशन की प्रक्रिया | एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन एप्लीकेशन |
5 | प्रमुख तिथियां* | एप्लीकेशन की घोषणा साल में दो बार, जून और दिसंबर के महीने में की जाती है |
* ऊपर दी गयी प्रमुख तिथियां अस्थायी हैं और परीक्षा संचालक के निर्णय के अनुसार बदल सकती हैं।
नेट जेआरएफ – आर्थिक सहायता
यूजीसी नेट क्वालीफाई करने के बाद एम.फिल / पीएचडी डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने वाले उम्मीदवार जेआरएफ योजना के तहत 2 वर्ष के लिए आर्थिक मदद पाने के योग्य होते हैं। जूनियर रिसर्च फेलो के रूप में दो साल पूरे होने के बाद उम्मीदवार के रिसर्च कार्य का मूल्यांकन विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है। संतोषजनक परिणाम होने पर रिसर्च छात्रों के कार्यकाल को सीनियर रिसर्च फेलो (एसआरएफ) के रूप में बढ़े हुए लाभ के साथ 3 साल की अवधि के लिए बढ़ाया जाता है। इसलिए जेआरएफ और एसआरएफ को मिला करके फैलोशिप की कुल अवधि 5 साल की हो जाती है जिसमें आगे के विस्तार का कोई प्रावधान नहीं है। यूजीसी नेट जेआरएफ के तहत रिसर्च छात्रों को दी जाने वाली सहायता के बारे में पूरी जानकारी नीचे देख सकते हैं।
- जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरएफ) के रूप में काम करने वाले रिसर्च छात्रों को शुरूआती 2 वर्षों के लिए प्रति माह रूपया 12,000 दिया जाता है।
- सीनियर रिसर्च फेलो के रूप में, उम्मीदवारों को बाकी के 3 वर्षों के लिए प्रति माह रूपया 14,000 दिया जाता है।
- मानविकी और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में एम.फिल / पीएचडी करने वाले उम्मीदवारों को शुरूआती दो वर्षों के लिए रूपया 10,000 प्रति वर्ष और बाकी के 3 वर्षों के लिए रूपया 20,500 प्रति वर्ष की आकस्मिक अनुदान दिया जाता है।
- विज्ञान के क्षेत्र में एम.फिल / पीएचडी करने वाले उम्मीदवारों को शुरूआती दो वर्षों के लिए रूपया 12,000 प्रति वर्ष की आकस्मिक अनुदान दिया जाता है और बाकी के कार्यकाल के लिए रूपया 25,000 प्रति वर्ष दिया जाता है।
- होस्ट संस्था को प्रति छात्र प्रति वर्ष 3,000 रुपये की विभागीय सहायता बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए दी जाती है।
- इसके अलावां, शारीरिक रूप से विकलांग और नेत्रहीन उम्मीदवारों को हर महीने रूपया 2,000 का एस्कॉर्ट / रीडर सहायता अनुदान दिया जाता है।
- भारत सरकार के तहत शहरों के क्लास के हिसाब से उम्मीदवारों को आवास किराया भत्ता (एचआरए) भी दिया जाता है।
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नेट जेआरएफ – योग्यता मानदंड
नेट जेआरएफ के स्कोर का उपयोग उम्मीदवारों द्वारा एम.फिल / पीएचडी डिग्री पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए किया जाता है ताकि रिसर्च के कार्य को शुरू किया जा सके। एम.फिल / पीएचडी के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान में दाखिला लेने के बाद ही उम्मीदवारों को जेआरएफ योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाती है। यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा के लिए योग्य होने के लिए, इच्छुक आवेदकों को कुछ योग्यता शर्तों को पूरा करना होता है। योग्यता मानदंड का विस्तृत विवरण नीचे दिया गया है जो जेआरएफ और एसआरएफ को करने के लिए जरुरी है।
- आवेदकों को यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों या संस्थाओं से मानविकी (जिसमें लैंग्वेज शामिल हैं) और सामाजिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और एप्लीकेशन, इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान इत्यादि में कम से कम 55% अंकों (बिना राउंड ऑफ) के साथ मास्टर डिग्री या समकक्ष पूरा करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और पीडब्ल्यूडी जैसे आरक्षित कैटेगरीज से संबंधित उम्मीदवारों के अंकों में 5% की छूट (बिना राउंड ऑफ के) दी जाती है।
- आवेदक जो मास्टर डिग्री या समकक्ष पाठ्यक्रम की अंतिम परीक्षा में शामिल हुए हैं वे प्रोविजनल प्रवेश के लिए योग्य माने जाते हैं। इन उम्मीदवारों को न्यूनतम 55% (आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 50%) के साथ परीक्षा पास करने के बाद ही जेआरएफ पुरस्कार के लिए योग्य माना जाता है। उम्मीदवारों को आवश्यक अंकों के प्रतिशत के साथ यूजीसी नेट रिजल्ट निकलने की तारीख से दो साल के भीतर अपने मास्टर डिग्री को पूरा करना होता है, इसमें असफल होने पर उम्मीदवारों को अयोग्य माना जाता है।
- ट्रांसजेंडर केटेगरी से संबंधित उम्मीदवारों को वही छूट दिए जाते हैं जो एससी / एसटी / ओबीसी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों को दिए जाते हैं।
- ऐसे पीएचडी डिग्री धारक जिन्होंने 19 सितंबर 1991 तक मास्टर डिग्री पास (परिणाम की घोषणा की तारीख के बावजूद) कर ली है उन्हें कुल अंकों में 5% की छूट दी जाती है।
- आवेदकों की आयु 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित कैटेगरीज के आवेदकों और महिला उम्मीदवारों को आयु में 5 वर्ष की छूट दी जाती है।
- रिसर्च का अनुभव रखने वाले उम्मीदवार भी अपनी आयु में अधिकतम 5 वर्ष की छूट पाने के योग्य हैं, बशर्ते कि उन्होंने पोस्टग्रेजुएशन डिग्री के सम्बंधित विषयों में रिसर्च करने पर एक निश्चित समय बिताया हो। एल.एल.एम. डिग्री धारक आवेदकों को उम्र में 3 साल की छूट दी जाती है।
नेट जेआरएफ – एप्लीकेशन प्रक्रिया
जो उम्मीदवार यूजीसी जेआरएफ योजना के तहत आर्थिक मदद प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें वर्ष में दो बार आयोजित होने वाले यूजीसी नेट परीक्षा में भाग लेने की जरुरत होती है और यूजीसी नेट पास करने वाले उम्मीदवार जेआरएफ भत्ता पाने के लिए योग्य माने जाते हैं। यूजीसी नेट के लिए अप्लाई करने के तरीके के बारे में एक विस्तृत विवरण नीचे दिया गया है जिसे एम.फिल / पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए उपयोग किया जाता है।
- सबसे पहले, आवेदकों को एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और ‘क्विक लिंक’ पर जाने के लिए नीचे स्क्रॉल करना होगा इसके बाद ‘यूजीसी नेट’ पर क्लिक करना होगा जो आपको – https://ugcnet.nta.nic.in/webinfo /public/home.aspx लिंक पर ले जायेगा।
- अब सभी जरुरी जानकारी के साथ यूजीसी नेट के ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म को भरें और आगे की जरुरत के लिए सिस्टम जनरेटेड एप्लिकेशन नंबर को नोट करें।
- जेपीजी या जेपीईजी फॉर्मेट में आवेदक की स्कैन की गई इमेज (10 केबी से 200 केबी के बीच) और हस्ताक्षर (4 केबी – 30 केबी के बीच) को अपलोड करें।
- अब उम्मीदवार को एसबीआई_एमओपीएस (SBI_MOPS) के माध्यम से शुल्क का भुगतान करना होगा और भुगतान का प्रमाण रखना होगा।
- शुल्क को सफलतापूर्वक भेजने के बाद उम्मीदवारों को कन्फर्मेशन पेज के 4 प्रिंटआउट लेना होगा।
इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवारों को एम.फिल या पीएचडी में प्रवेश लेने के लिए विश्वविद्यालयों, संस्थानों या कॉलेजों के विज्ञापन के अनुसार अप्लाई करना होगा। इन पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के बाद उम्मीदवार नेट जेआरएफ फंडिंग पाने के लिए योग्य हो जाते हैं।
नेट जेआरएफ – परीक्षा पैटर्न
अब जब आप सभी पुरस्कार विवरण, योग्यता की शर्तें और एप्लीकेशन प्रक्रिया के बारे में जान जाते हैं तो आपको यूजीसी नेट के परीक्षा पैटर्न के बारे में चिंता करनी चाहिए। एनटीए द्वारा आयोजित नेट के विस्तृत परीक्षा पैटर्न के बारे में जानने के लिए नीचे देखें।
- उम्मीदवारों को दो पेपर देने होते हैं – पेपर 1 और पेपर 2 कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के रूप में आयोजित किये जाते हैं।
- पेपर 1 में 50 प्रश्न होते हैं और पेपर 2 में 100 प्रश्न होते हैं। तो कुल मिलाकर उम्मीदवारों को 150 प्रश्नों को हल करने की जरुरत होती है।
- उम्मीदवारों को दोनों पेपरों के सभी सवालों को हल करना अनिवार्य है।
- दोनों पेपरों में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें पेपर 1 में 100 अंक होते हैं और पेपर 2 में 200 अंक होते हैं।
- पेपर 1 में प्रश्न सामान्य प्रकृति के होते हैं और इनका उद्देश्य उम्मीदवार के शिक्षण / रिसर्च योग्यता का मूल्यांकन करना होता है। ये प्रश्न भी तर्क करने की क्षमता, समझ, अलग-अलग सोच और आवेदक की सामान्य जागरूकता का आकलन करते हैं।
- पेपर 2 के प्रश्न भी उम्मीदवार द्वारा चयनित विषय को कवर करते हैं।
नेट जेआरएफ – नियम और शर्तें
यहाँ कुछ नियम और शर्तें हैं जो आवेदकों को यूजीसी नेट के लिए एप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले / भरते समय / भरने के बाद ध्यान में रखना चाहिए। उन नियमों और शर्तों की सूची नीचे दी गयी हैं जिन्हें उम्मीदवारों को देखना चाहिए।
- आवेदकों को अपनी योग्यता को साबित करने के लिए एनटीए को अपने किसी भी सर्टिफिकेट या डॉक्यूमेंट या भरे हुए एप्लीकेशन फॉर्म के प्रिंटआउट को भेजने की जरुरत नहीं है।
- वे आवेदक जिन्होंने किसी भारतीय विश्वविद्यालय / संस्थान या किसी विदेशी विश्वविद्यालय / संस्थान से स्नातकोत्तर डिप्लोमा / सर्टिफिकेट प्राप्त किया है, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका डिप्लोमा / सर्टिफिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त भारतीय विश्वविद्यालयों के मास्टर डिग्री के बराबर है।
- उम्मीदवारों को सिर्फ एक एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट करना चाहिए एक से अधिक उम्मीदवारी साबित करने पर इसे निरस्त कर दिया जायेगा।
- यूजीसी नेट के लिए एडमिट कार्ड को एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करना चाहिए।
- जेआरएफ को पास करने के लिए उम्मीदवारों को यूजीसी नेट के दोनों पेपरों में कम से कम 40% का कुल अंक प्राप्त करने चाहिए।
- जेआरएफ लेटर ऑफ अवार्ड की वैधता रिजल्ट की घोषणा के दो साल बाद तक है।
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