12वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद स्टूडेंट्स अक्सर इस दुविधा में रहते हैं कि वे कौन सी पढ़ाई अथवा कोर्स करें, जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो। जानकारी के आभाव में छात्र अक्सर गलत विषय का चुनाव कर लेते हैं, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ जाता है। छात्रों के सुनहरे भविष्य हेतु इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए हम इस लेख के माध्यम से 12वीं कक्षा के बाद कुछ बेस्ट कोर्सेज के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जिसमें स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकते हैं।
12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – करियर विकल्प
12वीं कक्षा के बाद एक अच्छा करियर विकल्प चुनना छात्रों के लिए एक चुनौतिपूर्ण काम होता है। छात्रों द्वारा चुना गया करियर मार्ग व्यक्तिगत हितों के अनुरूप होना चाहिए और मनचाहा वेतन प्रदान करने वाला होना चाहिए। अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर, छात्र 12वीं कक्षा में विज्ञान (Science), वाणिज्य (Commerce) या मानविकी (Humanities) अथवा आर्ट्स(Arts) स्ट्रीम चुनते हैं। फिर भी, अपनी रुचियों से मेल खाते हुए, चुने हुए करियर के क्षेत्र में 12वीं कक्षा के बाद उपलब्ध बेहतरीन अवसरों पर शोध करना उनके लिए महत्वपूर्ण बन जाता है।
इस लेख के माध्यम से जानिए किस प्रकार छात्र अपने रुचिपूर्ण विषय में करियर बना सकते है,
12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – कोर्स से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी!
12वीं कक्षा के बाद विज्ञान स्ट्रीम (Science) में सर्वश्रेष्ठ करियर विकल्प
विज्ञान में रूचि रखने वाले छात्र ज्यादातर मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इन छात्रों के लिए एग्रीकल्चर, फॉरेंसिक साइंस (Forensic Science), बायोटेक्नोलॉजी (Biotechnology), जूलॉजी (Zoology), फूड टेक्नोलॉजी (Food Technology) समेत कई अन्य कोर्सेज भी उपलब्ध हैं।
साइंस स्ट्रीम में 12वीं कक्षा (12th) में छात्रों के मुख्य विषय फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स और बायोलॉजी होते हैं। बायोलॉजी विषय का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए मेडिकल लाइन सबसे अच्छी माना जाती है। वहीं, फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स विषय वाले छात्रों के लिए इंजीनियरिंग अच्छा विकल्प हैं। हालांकि, इनके अलावा भी कई ऐसे कोर्सेज हैं जिनमें करियर बनाया जा सकता है।
12वीं कक्षा पूरी करने के बाद विज्ञान का क्षेत्र आशाजनक करियर हेतु विस्तृत अवसर प्रदान करता है। कुछ बेहतरीन करियर विकल्पों में शामिल हैं:
- मेडिसिन (एमबीबीएस/बीडीएस)
- इंजीनियरिंग (बी.टेक./बी.ई.)
- जैव प्रौद्योगिकी/जैव रसायन
- फार्मेसी (बी.फार्मा)
- नर्सिंग (बी.एस.सी. नर्सिंग)
- बायोमेडिकल साइंसेज
- पर्यावरण विज्ञान
- कृषि विज्ञान
- खगोल विज्ञान/खगोल भौतिकी
- फोरेंसिक विज्ञान आदि।
ये विकल्प विभिन्न रुचियों और विशिष्टताओं को पूरा करते हुए, विज्ञान क्षेत्र में विविध और सार्थक करियर मार्ग प्रदान करते हैं।
12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – करियर से जुड़े कोर्सेज का संक्षिप्त विवरण!
करियर विकल्प | कोर्स अवधी | संक्षिप्त विवरण |
मेडिसिन (एमबीबीएस/बीडीएस) | एमबीबीएस पाठ्यक्रम पूरा करने में 5 से 5.5 वर्षों तक का समय लगता है। जिसमें 4.5 साल पढ़ाई और फिर 1 साल की इंटर्नशिप है।
बीडीएस 5 साल (4 साल की शैक्षणिक पाठ्यक्रम + 1 साल की अनिवार्य इंटर्नशिप) का यूजी डिग्री प्रोग्राम है। |
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचरल ऑफ मेडिकल एंड बैचलर ऑफ सर्जरी है, विशेष ज्ञान के कारण, डॉक्टर बनने के बारे में सोचने वाला कोई भी उम्मीदवार एमबीबीएस पाठ्यक्रम का विकल्प चुनता है।
बीडीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है। बीडीएस सबसे अच्छा विकल्प है।, बीडीएस स्नातकों को डेंटल सर्जन कहा जाता है। |
इंजीनियरिंग (बी.टेक/बी.ई.) | बी.ई. 4 साल का एक बैचलर लेवल का कोर्स है, जिसे कुल 8 सेमेस्टर में बांटा गया है।
बी.टेक. डिग्री पूरा करने की अवधि 4 वर्ष है। |
बी.ई. (B.E.) का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग होता है। BE कोर्स में एक विषय के रूप में गणित को अधिक महत्व दिया जाता है।
बी.टेक. (B.Tech.) का फुल फॉर्म बैचलर इन टेक्नोलॉजी होता है। B.Tech. कौशल-उन्मुख एवं अपडेटेड पाठ्यक्रम वाला स्ट्रीम है, क्योंकि औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुसार कौशल में परिवर्तन होता है। इसके अलावा, B.Tech. छात्रों के लिए इंटर्नशिप और औद्योगिक अनुभव अर्जित करना अनिवार्य है। |
जैव प्रौद्योगिकी/जैव रसायन | 3 वर्षीय | जैवप्रौद्योगिकी/जैव तकनीकी, प्रौद्योगिकी का वो पाठ्यक्रम है जो अभियान्त्रिकी और तकनीकी technology विधियों को जीवों और जीवन तन्त्रों से सम्बन्धित अध्ययन और समस्या के समाधान के लिये उपयोग करता है। इसे रासायनिक अभियान्त्रिकी (engineering,), रसायन शास्त्र या जीव विज्ञान में संबंधित माना जाता है। |
फार्मेसी (बी.फार्मा.) | 4 वर्षीय | बैचलर ऑफ़ फार्मेसी एक स्नातक कोर्स है। जिसे 12th के बाद किया जाता है। जिसमें औषधि दवाई/ड्रग्स (मेडिसीन) में विशेषज्ञता प्रदान की जाती है। |
नर्सिंग (बी.एस.सी. नर्सिंग) | 4 वर्षीय कोर्स जिसमें स्टूडेंट्स को कोर्स के बाद इंटर्नशिप भी करनी होती है। | बी.एस.सी. नर्सिंग (Bachelor of Science in Nursing) पाठ्यक्रम में डॉक्टर के सहायक के रूप में नर्सिंग कार्य में प्रशिक्षण जैसे मरीज़ों की देखभाल करना, उनकी दवाइयों, सेवा इत्यादि । |
बायोमेडिकल साइंसेज | बैचलर लेवल पर 3 से 4 साल और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर 1 से 2 साल का पाठ्यक्रम है। | इस पाठ्यक्रम में कैमिस्ट्री, ह्यूमन जेनेटिक्स(human genetics), मेडिकल, बायोटेक्नोलॉजी, पैथोलॉजी, मेडिसिनल कैमिस्ट्री (medicinal chemistry) व टॉक्सीकोलॉजी आदि विभिन्न विषयों के बारे में बताया जाता है। इसमें रिसर्च के लिए एक प्रोजेक्ट भी दिया जाता है। |
कृषि विज्ञान | 4 वर्षीय | कृषि विज्ञान उन संसाधनों का अध्ययन है जो कृषि उत्पादन से संबंधित होते हैं। इसमें विभिन्न कृषि उत्पादों जैसे फसलों, मशीनों, तकनीक, फूलों, फलों, सब्जियों और चारागाहों से संबंधित तकनीकों का अध्ययन होता है। फसल उत्पादन में जैव विज्ञान का महत्वपूर्ण रोल होता है। |
खगोल विज्ञान/खगोल भौतिकी | 3 से 5 वर्षीय | खगोलभौतिकी (Astrophysics) खगोल विज्ञान का वह भाग है जिसके अंतर्गत खगोलीय पिंडो (celestial bodies )की संरचना तथा उनके भौतिक लक्षणों का अध्ययन किया जाता है। |
फोरेंसिक विज्ञान | डिप्लोमा (6 महीने)
बैचलर पाठ्यक्रम (3 वर्षीय) |
फॉरेंसिक विज्ञान का पाठ्यक्रम (कोर्स) मेडिकल विज्ञान से संबंधित होता है, जिसके अंतर्गत अपराधों की जाँच पड़ताल में कानूनी प्रक्रियाओं की समझ अनिवार्य है।
इसलिए इस फील्ड में मेडिसिन या लॉ की डिग्री ले चुके छात्रों के लिए करियर बनाना आसान होता है। |
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12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – वाणिज्य (Commerce) स्ट्रीम में सर्वश्रेष्ठ करियर विकल्प
कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद, कुछ बेहतरीन निम्नलिखित करियर विकल्प शामिल हैं:
- चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA)
- बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com.)
- कंपनी सचिव (Company Secretary)
- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (B.B.A.)
- काॅस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)
- मानव संसाधन प्रबंधन (HRM)
- डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)
- अर्थशास्त्र और सांख्यिकी (Economics and Statistics)
कॉमर्स स्ट्रीम में उपलब्ध विकल्प विविध अवसर प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को वित्त, व्यवसाय, प्रबंधन और अर्थशास्त्र से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल होती है।
कॉमर्स स्ट्रीम से जुड़े कोर्स का संक्षिप्त विवरण
करियर विकल्प | कोर्स अवधी | संक्षिप्त विवरण |
चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) | 4 वर्षीय | यह एक पेशेवर उच्चतर लेवल की प्रमाणित मान्यता प्राप्त अकाउंटेंसी प्रशिक्षण प्रोग्राम है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएए) द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट एक फाइनेंसियल एडवाइजर होता है, जो लोगों को टैक्स, बिज़नेस अकाउंट और फाइनेंस से जुड़ी सलाह देते हैं। |
बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (B.Com.) | 3 वर्षीय | कॉमर्स स्ट्रीम में बैचलर ऑफ़ कॉमर्स एक स्नातक पाठ्यक्रम है। इसमें कई विषय शामिल है, जैसे वस्तु और सेवा कर, लेखा, वित्त, व्यापार प्रबंधन, मानव संसाधन, सांख्यिकी, मार्केटिंग, अर्थशास्त्र, सूचना प्रणालियाँ इत्यादि। |
कंपनी सचिव (कंपनी सेक्रेटरी) | 3 वर्षीय | भारत में कम्पनी अधिनियम के तहत न्यूनतम 5 करोड़ लागत वाली कम्पनी को कम्पनी सचिव (सी एस) रखना अनिवार्य है। सी एस को किसी कम्पनी के प्रधान अफसरों में से एक माना जाता है। |
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (B.B.A.) | 3 वर्षीय | बीबीए कोर्स अनेक व्यावसायिक क्षेत्रों में अवसर प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं: बैंकिंग और वित्त: निवेश बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, वित्तीय विश्लेषण आदि। |
काॅस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) | 3 से 4 वर्षीय | लागत और प्रबंधन लेखा (सीएमए)
में लागत नियंत्रण, लागत गणना और लागत में कमी जैसी चीजें शामिल हैं। प्रबंधन लेखांकन संगठन के प्रबंधन और प्रभावी निर्णय लेने के बारे में है। लागत लेखांकन का दायरा सीमित है जबकि प्रबंधन लेखांकन का दायरा बड़ा है। |
मानव संसाधन प्रबंधन (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट) | स्नातक की डिग्री के साथ 3 साल का प्रासंगिक अनुभव या मास्टर डिग्री और 2 साल | मानव संसाधन प्रबंधन (Human Resource Management) मानव संसाधन प्रबंधन में कर्मचारियों की भर्ती, नियुक्ति, प्रशिक्षण, मुआवजा, प्रशिक्षण एवं प्रेरित करना शामिल है। |
डिजिटल मार्केटिंग | 1 से 3 महीने | डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट पर डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने वाले उत्पादों या सेवाओं का मार्केटिंग (विपणन) करना शामिल है, जिसमें मोबाइल फोन ऐप्स के माध्यम से, प्रदर्शन विज्ञापन और किसी भी डिजिटल माध्यम का उपयोग शामिल है। |
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12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – मानविकी (Humanities) में सर्वश्रेष्ठ करियर विकल्प
12वीं कक्षा पूरी करने के बाद आर्ट्स स्ट्रीम (कला क्षेत्र) में निम्नलिखित करियर विकल्प शामिल है:
- बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (B.A.)
- पत्रकारिता एवं जनसंचार (Journalism)
- बैचलर ऑफ लॉ (LLB)
- बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed.)
- परफार्मिंग आर्ट्स (प्रदर्शन कला – नाटक, नृत्य, संगीत)
- यात्रा एवं पर्यटन प्रबंधन (ट्रेवल एंड टूरिज्म )
- फैशन डिजाइनिंग
आर्ट्स स्ट्रीम से जुड़े कोर्स का संक्षिप्त विवरण
करियर विकल्प | कोर्स अवधी | संक्षिप्त विवरण |
बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (B.A.) | 3 वर्षीय | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स कला में एक शैक्षणिक उपाधि है। बैचलर ऑफ आर्ट्स में कई विषय होते हैं – अंग्रेजी, विज्ञान, समाजशास्त्र तथा इतिहास इत्यादि। |
पत्रकारिता एवं जनसंचार (Journalism) | 3 वर्षीय | पत्रकारिता और जनसंचार में बीए आम तौर पर बैचलर्स कार्यक्रम के रूप में पेश किया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को यह समझना है कि मीडिया उद्योग कैसे संचालित होता है और साथ ही उन्हें विभिन्न प्रकार की पत्रकारिता के साथ-साथ जन संचार के लिए प्रशिक्षित करता है। |
बैचलर ऑफ लॉ (LLB) | 5 वर्षीय | बैचलर ऑफ लॉ कानूनी स्नातक पाठ्यक्रम है, जिसमें छात्र कानून (लॉ) का प्रशिक्षण पाकर वकील या कानूनी सलाहकार के रूप में करियर बना सकते हैं। |
बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed.) | 4 वर्षीय | बैचलर ऑफ एजुकेशन डिग्री के माध्यम से छात्रों को स्कूल में शिक्षक के रूप में शिक्षण कार्य करने हेतु तैयार किया जाता है। यह उपाधि (मास्टर्स डिग्री) के समान मानी जाती है। |
यात्रा एवं पर्यटन प्रबंधन (ट्रेवल एंड टूरिज्म ) | 4 वर्षीय | पर्यटन प्रबंधन ट्रेवल एंड टूरिज्म उद्योगों से संबंधित सभी गतिविधियों की निगरानी करता है। यह भोजन, आवास और पर्यटन उद्योग में प्रबंधन पदों में रुचि रखने वालों को प्रशिक्षण देता है। |
कला में ये करियर विकल्प अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं, जिससे व्यक्तियों को उन विषयों में गहराई से जाने और मानविकी (आर्ट्स) , कला, मीडिया, शिक्षा और अन्य सहित विविध क्षेत्रों का पता लगाने की अनुमति मिलती है।
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12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – आर्ट्स स्ट्रीम में डिप्लोमा कोर्स की सूचि
- डिप्लोमा इन 3D एनीमेशन
- डिप्लोमा इन फोटोग्राफी
- डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया
- डिप्लोमा इन फॉरेन लैंग्वेज
- डिप्लोमा इन वी ऍफ़एक्स (VFX )/ग्राफ़िक डिजाइनिंग/विजुअल आर्ट्स
- डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स
- डिप्लोमा इन ट्रेवल एंड टूरिज्म
- डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन योगा कोर्सेज
12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – 12वीं के बाद प्रतियोगिता परीक्षा (Competition Exam)
जे. ई. ई. मेन्स (JEE Mains) | 12 वी के बाद अगर आप अपना करियर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बनाना चाहते है तो इस परीक्षा को पास करके आप भारत के बड़े इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग के कोर्सेज के लिए दाखिला प्राप्त कर सकते हैंI |
NEET (नीट) (National Eligibility-cum- Entrance Test) | NEET परीक्षा मेडिसिन पाठ्यक्रम में प्रवेश एवं डॉक्टर बनने के लिए दिया जाता हैI 12वीं कक्षा के बाद छात्र नीट प्रतियोगिता परीक्षा दे सकते हैं और मेडिकल फील्ड में अपना करियर बना सकते हैंI यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, इसके माध्यम से विभिन्न संस्थानों में एम.बी. बी.एस, बी.डी.एस एवं अन्य कोर्स में प्रवेश मिलता हैI |
नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA ) | एनडीए एग्जाम में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार पास करने के बाद, योग्य उम्मीदवार एनडीए, खडगवासला में प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरते हैं। एनडीए परीक्षा के माध्यम से भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में भर्ती की जाती हैI |
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम ( NIFT ) | फ़ैशन और डिजाइन में करियर बनाना चाहते है तो इस परीक्षा के द्वारा आप फ़ैशन और डिजाइनर के लिए एडमिशन प्राप्त कर सकते है I फ़ैशन और डिजाइन में कई सारी संस्थान कोर्स कराती है जहां एडमिशन के लिए (NIFT) की परीक्षा देना होता है फिर आपकी रैंकिंग के हिसाब से आपको कॉलेज मिलता है I |
इंडियन आर्मी बी. एस. सी. (B.Sc.) नर्सिंग | इस प्रतियोगिता परीक्षा के द्वारा आप भारतीय सेना की नर्सिंग सेवा में शामिल हो सकते हैंI |
बैंक क्लर्क | 12वीं पास करने के बाद बैंकिंग सेक्टर में आप नौकरी कर सकते हैं। निम्नलिखित बैंक 12वीं पास छात्रों को नौकरियां देते हैं।
इन बैंकों में आईबीपीएस (IBPS) के ज़रिए भर्ती और भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (IBPS) द्वारा प्रोबेशनरी ऑफिसर/मैनेजमेंट ट्रेनी पदों पर भी भर्तियां की जाती हैI क्या है आईबीपीएस? इंस्ट्यीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन यानि आईबीपीएस के द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंको के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाता है। हर साल हज़ारों छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं और बैंकिंग सेक्टर में अपने करियर को आगे बढ़ाते हैं। 12वीं पास स्टूडेंटस के लिए बैंक में नौकरियां 12वीं पास उम्मीदवार आईबीपीएस द्वारा आयोजित परीक्षा पास कर बैंक में नौकरी पा सकते हैं। क्लर्क और डाटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब के लिए 12वीं पास होना तथा कंम्प्यूटर और टाइंपिंग का ज्ञान होना अनिवार्य है। 12वीं पास करने के बाद ज्यादातर स्टूडेंटस टाइपिंग कोर्स का प्रशिक्षण पा कर इन पदों के लिए अप्लाई कर सकते हैं अगर आपने भी हाल ही में 12वीं पास की है अथवा दी है तो ये आपके लिए ये बेहतरीन मौका है लाभ उठायें। |
रेलवे भर्ती परीक्षा | रेलवे में कई सारी ऐसी छोटी पोस्ट होती है जहां पर आप 12वीं के बाद प्रतियोगिता परीक्षा पास कर नौकरी हासिल कर सकते है I
ये परीक्षा रेलवे में क्लर्क, स्टेशन मास्टर, गुड्स गार्ड , टाइपिस्ट, जूनियर अकाउंटेंट के नौकरी के लिए होता है I
इस परीक्षा के द्वारा रेलवे में डिज़ाइन ड्राफ्ट्समैन ,और जूनियर इंजीनियर के लिए आवेदन कर सकते हैं I
रेलवे में अगर आप लोको पायलट बनना चाहते है तो इस प्रतियोगिता परीक्षा को दे सकते हैं I |
आर.आर.बी ग्रुप डी | 12वीं के बाद इस प्रतियोगिता परीक्षा को दे सकते हैं और रेलवे में पोर्टर, स्वीपर, गेटमैन आदि पदों में नौकरी हासिल कर सकते हैंI |
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12वीं कक्षा के बाद क्या करें?
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12वीं कक्षा के बाद क्या करें? – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
12वीं कक्षा के बाद कॉलेज में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक क्या हैं?
उत्तर: एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक कॉलेज, विशिष्ट पाठ्यक्रम एवं उस वर्ष की प्रतियोगिता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। सामान्य तौर पर केंद्रीय, राज्य विश्वविद्यालयों और यूजीसी से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक कुल मिलाकर 50 प्रतिशत या समकक्ष सीजीपीए है। आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए न्यूनतम अंक 45 प्रतिशत या समकक्ष सीजीपीए आवश्यक है। किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन हेतु अधिक से अधिक प्राप्त अंक सहायक होती है।
कुछ लोकप्रिय कॉमर्स स्ट्रीम के विषय क्या हैं जिन्हें छात्र अपने बीकॉम के दौरान अपनाते हैं?
उत्तर: छात्रों द्वारा बीकॉम के लिए चुनी गई सबसे पसंदीदा विषय अकाउंटेंसी, फाइनेंस, ऑडिटिंग आदि हैं।
किस नौकरी में बहुत अधिक वेतन है?
उत्तर: भारत में सबसे अधिक वेतन देने वाले सबसे आकर्षक व्यवसायों में चिकित्सा पेशेवर, डेटा वैज्ञानिक, मशीन लर्निंग विशेषज्ञ, ब्लॉकचेन डेवलपर्स, फुल-स्टैक सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, निवेश बैंकर और उत्पाद प्रबंधक शामिल हैं।
भारत की सबसे सरल परीक्षा कौन सी है?
उत्तर: भारत में सबसे सरल परीक्षा आर आर बी ग्रुप D की है।
आईबीपीएस क्या है?
आईबीपीएस का फुल फॉर्म इंस्ट्यीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन यानि आईबीपीएस के द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंको के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाता है। हर साल हज़ारों छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं और बैंकिंग सेक्टर में अपने करियर को आगे बढ़ाते हैं।
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