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छात्र-छात्राओं के लिए करियर वृद्धि में इंटर्नशिप के लाभ - Benefits

छात्र-छात्राओं के लिए करियर वृद्धि में इंटर्नशिप के लाभ!

by Himanshi

करियर वृद्धि में इंटर्नशिप की भूमिका – इंटर्नशिप (Internship) प्रोग्राम एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो छात्रों को व्यावसायिक वातवरण में कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। इंटर्नशिप प्रोग्राम पेशेवर माहौल में सीखने का अनुभव प्रदान करता है। इसके माध्यम से छात्र अपने अध्ययन क्षेत्र में विशेषज्ञता और कौशल प्राप्त करते हैं और वास्तविक व्यावसायिक वातवरण में काम करने का मौका पाते हैं। इंटर्नशिप प्रोग्राम छात्रों को कंपनी या संगठन में काम करने अनुमति प्रदान करता है, और उन्हें वास्तविक काम करते हुए कौशल और अनुभव प्राप्त करने का अवसर देता है। इसके माध्यम से एक मजबूत बायोडेटा (Biodata) प्रोफाइल बनाया जा सकता है। 

करियर ग्रोथ (Career Growth) में इंटर्नशिप निर्णायक भूमिका निभा सकता है। इंटर्नशिप छात्र को करियर खोज और विकास एवं नए कौशल सीखने का अवसर देता है। यह एक अल्पकालिक कार्य (Short Term Work ) अनुभव है जो कंपनियों और अन्य संगठनों द्वारा छात्र के लिए पेश किया जाता हैं। प्रशिक्षु (Trainee) अपना समय प्रासंगिक परियोजनाओं पर काम करने, सीखने, उद्योग संबंध बनाने तथा कठिन और सरल कौशल विकसित करने में बिताते हैं। इंटर्नशिप पूर्णकालिक नौकरी (Full Time Job) ऑफर पाने में भी सहायक सिद्ध होती है।

इंटर्नशिप क्यों महत्वपूर्ण हैं?

Table of Contents

  • एक सफल करियर बनाने के लिए इंटर्नशिप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, क्योंकि यह व्यावहारिक कार्य-अनुभव प्रदान करता है और साथ ही छात्रों को नए कौशल सीखने और उद्योग जगत में कार्यरत एम्प्लाइज के साथ नेटवर्क बनाने का मौका मिलता है। इंटर्नशिप छात्रों को कक्षा में अर्जित ज्ञान एवं जानकारी को वास्तविक दुनिया की परिस्थितियों में लागू करने में भी मदद करती है, जिससे रोजगार क्षमता में वृद्धि होती है।
  • इंटर्नशिप में प्रशिक्षु (Trainee) के रूप में, छात्रों को निपुण उद्योग पेशेवरों के साथ काम करने का मौका मिलता है, जो छात्रों को वास्तविक कार्य अनुभव प्रदान करने का सटीक जरिया है। इंटर्नशिप का एक स्पष्ट लेकिन समान रूप से महत्वपूर्ण लाभ यह पता लगाने का मौका है कि छात्र की विशेष रूचि किस काम को ज्यादा करने में हैं। जब नौकरी अथवा रोज़गार खोजने की बात आती है तब यह जानना अक्सर मुश्किल होता है कि कहां से शुरुआत करें। इंटर्नशिप छात्रों को बिना किसी प्रतिबद्धता (Commitment) के चीजों को आज़माने का मौका देती है। जब सही करियर ढूंढने में कठिनाई आती है, तो छात्रों को अधिक से अधिक जानकारी के साथ बेहतर रूप से तैयारी करने में मदद मिलती है।  इंटर्नशिप आज के परिवेश में सामान्य प्रक्रिया बनती जा रही है, नियोक्ता (एम्प्लायर) उन्हें एक सशक्त बायोडाटा के माध्यम से सटीकता से चुनाव करने की उम्मीद करते हैं। पिछले कार्य अनुभव वाले आवेदक उन लोगों की तुलना में कहीं अधिक प्रतिस्पर्धी हैं जिनके पास केवल प्रासंगिक पाठ्यक्रम अथवा डिग्री है। इंटर्नशिप छात्रों को न केवल प्रासंगिक कौशल विकसित करने और क्षेत्र के बारे में सीखने का मौका प्रदान करती है, बल्कि इंटर्नशिप अवधि के दौरान उन क्षमताओं और उद्योग कौशल को प्रदर्शित करने का भी मौका देती है। कंपनियां स्वयं के पूर्णकालिक (Full Time) पदों को भरने के लिए इंटर्नशिप को प्रतिभा के रूप में उपयोग करती  हैं। नियोक्ताओं (Employers) के लिए भी इंटर्नशिप एक अवसर प्रदान करता  है, जैसे- 
  • साक्षात्कार के माध्यम से  एक प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं आसान नियुक्ति का अवसर 
  • भविष्य में नौकरी की पेशकश

इंटर्नशिप छात्रों को अवसर प्रदान करती है यह जानने में कि छात्र की रूचि  किस विषय में अधिक है और किस उद्योग में नौकरी करना हितकर है। 

वर्क एक्सपीरियंस – बड़े संगठन कार्य अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों की तलाश में रहते हैं। अगर छात्र  स्नातक भी हैं तो भी एम्प्लॉयर्स आशा करते हैं कि जिस फील्ड में छात्र अप्लाई कर रहे हैं उसका थोड़ा-बहुत अनुभव छात्र के पास जरुर हो। कॉलेज में पढ़ते वक्त अच्छा पेशेवर अनुभव प्राप्त करने का एकमात्र तरीका ‘इंटर्नशिप’ ही है।

प्रैक्टिकल नॉलेज – क्लास रूम्स में छात्र जो भी विषय पढ़ते हैं, उनमें से अधिकांश सिर्फ सैद्धांतिक जानकारी ही देते हैं। वास्तविक जीवन की व्यावहारिक परिस्थितियों में उन सिद्धांतों की जांच करने का तरीका नहीं होता या फिर हमें इसके बहुत कम मौके मिलते हैं। लेकिन इंटर्नशिप्स छात्र को उनकी अकादमिक जानकारी का मूल्यांकन करने का मौका देती हैं और जीवन की परिस्थितियों में व्यावहारिक इस्तेमाल करना सिखाती हैं। 

क्लियर करियर गोल्स – कॉलेज में पढ़ते वक्त कई स्टूडेंट्स को अपने करियर के लक्ष्यों के बारे में ही साफ तौर पर पता नहीं होता है। जो विषय वे पढ़ रहे हैं, उनसे विभिन्न करियर विकल्प निकल सकते हैं जिससे वे यह निश्चित नहीं कर पाते कि वे आखिर कौन-सा करियर चुनें? इंटर्नशिप्स उनको यह मौका देती हैं कि वे विभिन्न नौकरियों को करने की कोशिश करें और यह निश्चित करें कि असल में उनके लिए कौन-सी नौकरी बेहतर रहेगी। एक और संभावित परिवेश यह हो सकता है कि किसी स्टूडेंट के मन में कोई खास जॉब प्रोफाइल हो लेकिन उस जॉब प्रोफाइल के लिए इंटर्नशिप करने पर उन्हें लगने लगे कि यह जॉब प्रोफाइल उनके लिए सही नहीं है। जब स्टूडेंट कॉरपोरेट लाइफस्टाइल में एंटर करेंगे तो इससे उनको नौकरी बदलने में काफी मदद मिलेगी। 

इंटर्नशिप एवं नेटर्किंग के अवसर – किसी संगठन में इंटर्नशिप करने से छात्रों को अपने नेटवर्क लिंक्स बढ़ाने और अपनी पसंद के कार्य क्षेत्र के पेशेवरों के साथ जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर मिलता है। अगर छात्र अपने कलिग्स (Colleagues) के साथ अच्छे संबंध कायम करते हैं तो आगे इंटर्नशिप या कॉलेज के बाद अपनी पहली नौकरी प्राप्त करने के लिए भी, अपने मेंटर या पूर्व के एम्प्लॉयर से अपने पक्ष में अच्छे कमेंट्स प्राप्त कर सकते हैं। उनसे मिला एक छोटा-सा रेकमेडेशन लेटर भी उनकी किस्मत बदल सकता है।

कॉलेज स्टडीज़ के दौरान क्रेडिट मार्क्स और एक्स्ट्रा मनी का साधन – इंटर्नशिप करने का एक और कारण यह भी है कि कई कॉलेजों ने अपने स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप करने पर क्रेडिट मार्क्स देने शुरू कर दिए हैं। स्टूडेंट्स के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि वे अपने अकेडमिक करिकुलम के एक हिस्से के तौर पर कम से कम 1 या 2 इंटर्नशिप्स अवश्य पूरी करें। अगर आपको कोई पेड (Paid) इंटर्नशिप मिल जाती है तो इसका मतलब एक्स्ट्रा पॉकेट मनी भी होता है।    

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करियर वृद्धि में छात्रों के लिए इंटर्नशिप ज्वाइन करने का सही समय 

एम्प्लॉयर्स (Employers) की तरफ से देखने पर, कंपनियां पूरे साल इंटर्न्स की भर्ती करती रहती हैं। छात्र अपने लिए इंटर्नशिप करने का कोई बेहतर समय निर्धारित कर सकते हैं जो इस बात पर निर्भर करता है कि छात्र कितने समय तक इंटर्नशिप करना चाहते हैं या फिर, इसके लिए कितना समय निकाल सकते हैं?  आप एक महीने, तीन महीने, छह महीने या एक साल के लिए भी इंटर्नशिप कर सकते हैं। लेकिन यह छात्र के रूचि पर ही निर्भर करता है। कुछ स्टूडेंट्स केवल छह महीने के लिए ही कोई इंटर्नशिप ज्वाइन करते हैं लेकिन कई स्टूडेंट्स पूरे एक साल तक अपनी इंटर्नशिप जारी रखते हैं और वे अक्सर ‘वर्क फ्रॉम होम’ (Work from Home) इंटर्नशिप्स करते हैं।

इंटर्नशिप के लाभ

जैसे ही छात्र अपनी कॉलेज की शिक्षा पूरी करते हैं और अपने चुने हुए करियर पथ पर आगे बढ़ते हैं, विचार करें कि कैसे एक इंटर्नशिप आपको अपना ध्यान केंद्रित करने और भविष्य की नौकरियों के लिए प्रशिक्षित करने में मदद कर सकती है। छात्रों के लिए इंटर्नशिप के लाभ इस प्रकार हैं –

करियर लक्ष्यों का मार्गदर्शन करने में सहायता 

छात्र शिक्षा के दौरान, अपनी रुचियों को निर्धारित करने के लिए विभिन्न विषयों का अध्ययन कर सकते हैं। कुछ लोगों के लिए, कॉलेज की डिग्री यह निर्धारित करने में मदद प्रदान करती है कि वे किस प्रकार का करियर बनाना चाहते हैं। अध्ययन विविध प्रकार के अनुभव प्रदान करता है जो कई करियर विकल्प प्रस्तुत करता है। एक इंटर्नशिप छात्र को सटीक करियर ट्रैक के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के बिना दैनिक कठिनाइयों और कार्यों से परिचित कराकर नौकरी का अनुभव प्रदान करती है। यह  छात्र को तय करने में मदद कर सकता है कि क्या कुछ नौकरियां छात्र के व्यक्तित्व और प्रतिभा के अनुकूल हैं और ऐसे लोगों से मिलने की अनुमति देती हैं जो करियर संबंधी सलाह और मार्गदर्शन दे सकते हैं। 

आत्मविश्वास में वृद्धि 

कॉलेज से पूर्णकालिक रोजगार में परिवर्तन छात्र को एक साथ उत्साह, चिंता, आशा और महत्वाकांक्षा से भर सकता है। इंटर्नशिप इस बदलाव के समय में एक अच्छा तरीका साबित हो सकता है जिसे छात्र लंबे समय तक करने की उम्मीद करते हैं। यह स्थायी नौकरी ढूंढने के दबाव को कम कर सकता है, और छात्र द्वारा अर्जित कौशल और ज्ञान को व्यावहारिक स्थिति में लागू करने में मदद कर सकता है। इंटर्नशिप छात्र को केवल संक्षेप में इसके बारे में सीखने के बजाय यह दिखा सकता है कि कोई कंपनी कैसे नेतृत्व विकसित करती है। छात्र उत्कृष्ट समय प्रबंधन कौशल सीख सकते हैं और उन लोगों के कार्य शैली को नोट कर सकते हैं जिनका आप अनुकरण करना चाहते हैं। छात्र मूल्यवान सहयोग और सहयोग कौशल के बारे में सीख सकते हैं। यदि इंटर्नशिप को छात्र शिक्षा के विस्तार के रूप में देखते हैं, तो उनके पास भविष्य के रोजगार हेतु जरुरी आत्मविश्वास-निर्माण विशेषताओं को सीखने एवं समझने का यह महत्त्वपूर्ण अवसर है।

एक मजबूत बायोडाटा 

यह सटीक कार्य अनुभव अथवा इंटरशिप  के माध्यम से छात्र अपना बायोडाटा प्रोफाइल ईमानदारी एवं विशिष्टता के साथ तैयार कर सकता है। छात्र न केवल अपने इंटर्नशिप के कर्तव्यों और परियोजनाओं को अपने बायोडाटा में जोड़ पाएंगे, बल्कि छात्र स्थायी पद के लिए अपने उद्देश्य का अधिक स्पष्ट रूप से वर्णन करने में भी सक्षम होंगे। 

नौकरी का अनुभव

जॉब डेस्क्रिप्शन अक्सर शिक्षा और न्यूनतम कार्य अनुभव जैसी आवश्यकताओं का वर्णन करती है। यदि छात्र कॉलेज या व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद पहली बार वर्कफोर्स में प्रवेश कर रहे हैं, तो संभवतः उनके पास आवश्यक कार्य अनुभव नहीं है। इंटर्नशिप उस अंतर को भरने का एक आदर्श तरीका है। छात्र चुने हुए क्षेत्र में व्यवसाय कैसे चलता है, इसके बारे में मूल्यवान जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, सेमिनार (Seminar) में भाग ले सकते हैं ।

अनुसंधान अनुभव

वैज्ञानिक क्षेत्रों में इंटर्नशिप के माध्यम से प्रयोगशाला में अनुसंधान में सहायता करना शामिल हो सकता है। छात्र कॉलेज के पाठ्यक्रमों में सीखे गए शोध कौशल का व्यावहारिक सेटिंग में परीक्षण कर सकते हैं और प्रयोगशाला में किए जाने वाले महत्वपूर्ण शोध (Research) में सार्थक योगदान दे सकते हैं। इंटर्नशिप के अवसर छात्र को यह तय करने में मदद कर सकते हैं कि छात्र किस प्रकार का प्रयोगशाला कार्य करना चाहेंगे।

विभिन्न कार्यों और विभागों तक पहुंच

कुछ इंटर्नशिप, जैसे प्रयोगशाला अनुसंधान, छात्र को प्रत्येक दिन एक विशिष्ट कार्य सौंप सकते हैं, अन्य कार्यालय के विभिन्न विभागों और नौकरियों से जुड़े लोगों के संपर्क में आने में सक्षम हो सकते हैं, छात्र वरिष्ठ प्रबंधन की मदद कर सकते हैं, बैठकों में भाग ले सकते हैं, परियोजनाओं के लिए छोटे कार्य पूरे कर सकते हैं या कार्यालय के दैनिक कार्यों का निरीक्षण कर सकते हैं। यदि छात्र  के अध्ययन का क्षेत्र सामान्य था, जैसे अंग्रेजी में बीए, उदाहरण के लिए, एक प्रकाशन कंपनी में इंटर्नशिप के दौरान आप देख सकते हैं कि प्रत्येक विभाग कैसे काम करता है, तो छात्र को यह तय करने में मदद मिल सकती है कि प्रकाशन के क्षेत्र में किस तरह की नौकरी करना चाहते हैं। 

परामर्श

एक प्रशिक्षु (Trainee) के रूप में काम करने से छात्र स्वाभाविक रूप से एक संभावित सलाहकार से मिल सकते हैं और एक नेटवर्किंग  बना  सकते हैं जो छात्र के करियर पथ को निर्देशित करने में मदद करता है। व्यक्तिगत रूप से, छात्र के पास मार्गदर्शन और इनपुट मांगते समय अपने व्यक्तित्व को प्रकट करने और सम्मान और आदर दिखाने का मौका है। इंटर्नशिप एक ऐसी स्थिति पैदा कर सकती है जहां आपका नेटवर्किंग व्यवस्थित रूप से विकसित हो सकता है, भले ही आपको पूर्णकालिक पद पर कहीं और काम करना पड़े। 

स्थायी नौकरी में परिवर्तन  

इंटर्नशिप में संलग्न छात्र जिन लोगों के लिए काम करते हैं उनके लिए यदि यह एक सकारात्मक अनुभव प्रदान करता है, तो छात्रों को  इंटर्नशिप अवधि पूरी होने के बाद कंपनी में स्थायी पद के लिए नियुक्त किया जा सकता है। नियुक्ति प्रबंधक अक्सर इंटर्नशिप का उपयोग साक्षात्कार प्रक्रिया के रूप में यह निर्धारित करने के लिए करते हैं कि कौन से इंटर्न स्थाई पदों के लिए उपयुक्त होंगे। इंटर्नशिप प्रारंभिक रोजगार प्रशिक्षण के रूप में कार्य कर सकती है, और मानव संसाधन कर्मी और प्रबंधक यह निर्धारित करने के लिए विभिन्न स्थितियों में आपका निरीक्षण कर सकते हैं कि क्या आप किसी टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं। यह नौकरी की तलाश में छात्र के सामने आने वाले कुछ तनाव को कम करता है। भले ही उस कंपनी में कोई स्थायी पद उपलब्ध न हो, फिर भी छात्र अपने क्षेत्र में संपर्कों और सलाहकारों के साथ आगे बढ़ सकते हैं।

अच्छे सन्दर्भ और सिफ़ारिश 

इंटर्नशिप के दौरान जिन पर्यवेक्षकों और सलाहकारों से छात्र मिलते हैं, वे मूल्यवान संदर्भ साबित हो सकते हैं पूर्णकालिक नौकरी के लिए अप्लाई करते समय। छात्र जितने अधिक सकारात्मक और मेहनती होंगे, उतनी ही अधिक संभावना है कि प्रबंधक रिक्त पदों के लिए छात्र की अनुशंसा करने को तैयार होंगे। इंटर्नशिप से उत्पन्न संदर्भ छात्र की नौकरी खोज में मूल्यवान साबित हो सकते हैं क्योंकि वे प्रबंधक छात्र को व्यक्तिगत रूप से जानते होंगे और सिफारिश कर सकते हैं कि छात्र ने कंपनी में कैसे योगदान दिया है। वे विशेष रूप से बात कर सकते हैं और छात्र के विकासशील कौशल का वर्णन कर सकते हैं।

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करियर वृद्धि में इंटर्नशिप के लाभ में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQS

इंटर्नशिप कैसे मिलेगी?

औपचारिक इंटर्नशिप के लिए आवेदन प्रक्रिया नियोक्ता की स्नातक स्तर की प्रक्रिया के समान होती है। छात्र से एक आवेदन पत्र भरने या अपने सीवी के साथ एक कवरिंग लेटर भेजने के लिए कहा जा सकता है। इंटर्नशिप भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार आम बात है। साक्षात्कार आमने-सामने, फ़ोन पर या वीडियो के माध्यम से हो सकते हैं। 

छात्राओं को केवल  विज्ञापित इंटर्नशिप के लिए आवेदन करना चाहिए ?

उत्तर- नहीं! अक्सर सर्वोत्तम इंटर्नशिप अवसर वे होते हैं जिन्हें आप स्वयं बनाते हैं। इंटर्नशिप विचारों के लिए प्रोफेसरों, सहपाठियों, दोस्तों, रिश्तेदारों, करियर कोच और पूर्व छात्रों से बात करें। यदि कोई ऐसा संगठन है जिसके लिए आप इंटर्नशिप करना चाहते हैं, तो विज्ञापन देखने की प्रतीक्षा करने के बजाय, अपने बायोडाटा और कवर लेटर के साथ सक्रिय रूप से उनसे संपर्क करें। 

इंटर्नशिप की तलाश का सही समय क्या होना चाहिए ?

इंटर्नशिप तब उपयोगी होती है जब छात्र करियर विकल्प तलाश रहे हों, या वर्तमान करियर हितों की पुष्टि करना चाहते हों। जब स्नातक जीवन के शैक्षणिक और सामाजिक दोनों पहलुओं का सफलतापूर्वक प्रबंधन कर रहे हैं, तो छात्र को इंटर्नशिप करने पर विचार करना चाहिए। छात्र को सेमेस्टर खत्म होने के पूर्व ही आवेदन करना चाहिए और अपनी इंटर्नशिप की व्यवस्था करनी चाहिए।

इंटर्नशिप के क्या-क्या प्रकार हैं?

इंटर्नशिप के निन्मलिखित प्रकार हो सकते हैं, जैसे

  • मेडिकल इंटर्नशिप 
  • अकाउंटिंग इंटर्नशिप
  • जर्नलिज्म इंटर्नशिप
  • ITI/GTI इंटर्नशिप 

इंटर्नशिप कितने समय सीमा तक होती है?

इंटर्नशिप अगर पढ़ते समय की जाती है तो यह 1-2 महीने की होती है। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद जॉब करने से पहले इंटर्नशिप की अवधि 3-6 महीने तक या इससे अधिक अलग-अलग कंपनियों के हिसाब से तय होती है।

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